‘नशे के धंधे’ में संलिप्त हो रहे पुलिस कर्मी ‘और- अब बाड़ ही खेत को खा रही है’

punjabkesari.in Wednesday, Nov 20, 2024 - 05:25 AM (IST)

इन दिनों देश में नशों का एक तूफान-सा आया हुआ है। हालांकि नशों की तस्करी रोकने की जिम्मेदारी पुलिस विभाग की है, परंतु यहां तो पुलिस विभाग के ही चंद कर्मचारी नशे की तस्करी में संलिप्त पाए जा रहे हैं, जो हाल ही की निम्न ताजा घटनाओं से स्पष्ट है : 

* 3 अगस्त को जम्मू-कश्मीर के उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा के आदेश पर 5 पुलिस कर्मचारियों हैड कांस्टेबल फारूक अहमद शेख तथा कांस्टेबलों खालिद हुसैन शाह, रहमत शाह, इरशाद अहमद व सैफदीन कोनशा तस्करी के आरोप में नौकरी से निकाला गया। इसी दिन एक सरकारी अध्यापक नजाम दीन को भी इसी आरोप में नौकरी से निकाला गया।

* 6 नवम्बर को जम्मू-कश्मीर पुलिस की जम्मू क्राइम ब्रांच में तैनात एक कांस्टेबल परवेज इकबाल तथा उसकी 2 पत्नियों को गिरफ्तार करके उनके कब्जे से 33 ग्राम नशीला पदार्थ बरामद किया गया।
* 13 नवम्बर को पटियाला (पंजाब) के थाना ‘त्रिपड़ी’ की पुलिस ने केंद्रीय जेल में तलाशी के दौरान होमगार्ड सतविंदर सिंह के जूतों में छिपाई  बीडिय़ां बरामद करके उसके विरुद्ध केस दर्ज किया।
* 13 नवम्बर को ही जम्मू के सरकारी मैडीकल कालेज में तैनात पुलिस कांस्टेबल मोहम्मद मुख्तयार अस्पताल परिसर में नशा बेचता पकड़ा गया। उसके कब्जे से 15 ग्राम हैरोइन तथा 9,000 रुपए बरामद हुए।

* 18 नवम्बर को अमृतसर पुलिस ने पंजाब पुलिस के कांस्टेबल लवप्रीत सिंह को 14 करोड़ रुपए मूल्य की 2 किलो हैरोइन के साथ गिरफ्तार किया।
* 18 नवम्बर को ही हाजीपुर (बिहार) में पुलिस ने एक ए.एस.आई. समेत 7 पुलिस कर्मियों को शराब रखने और बेचने के आरोप में गिरफ्तार करके उनके कब्जे से 32 लीटर देसी शराब व 1 लीटर विदेशी शराब बरामद की।
* और अब 19 नवम्बर को चंडीगढ़ यू.टी. पुलिस विभाग से निलम्बित एक जवान कुलदीप कुमार तथा उसके एक साथी को नशा तस्करी के मामले में गिरफ्तार किया गया है। नशों के व्यापार में पुलिस कर्मचारियों की संलिप्तता दर्शाती है कि पुलिस विभाग में अभी ज्यादा निगरानी, चौकसी और गहनतापूर्वक तलाशी का सिलसिला बढ़ाने की जरूरत है।—विजय कुमार


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