‘अब रेलगाड़ियों में बदमाशों द्वारा’ ‘लूटपाट, गोलीबारी और छेड़छाड़’
punjabkesari.in Saturday, Nov 16, 2024 - 05:25 AM (IST)
देश की ‘जीवन रेखा’ कहलाने वाली भारतीय रेलों में पुलिस की गश्त के बावजूद आए दिन छीना-झपटी, लूटपाट, गोलीबारी तथा छेड़छाड़ जैसी घटनाएं जारी रहने के कारण रेल यात्रा असुरक्षित होती जा रही है जिनके चंद ताजा उदाहरण निम्न में दर्ज हैं :
* 31 अगस्त को आनंद विहार-रीवा एक्सप्रैस में कानपुर (उत्तर प्रदेश) स्टेशन के निकट लूट के इरादे से दाखिल हुए 4-5 बदमाशों ने ट्रेन में यात्रा कर रहे सतना (मध्य प्रदेश) के एक परिवार की एक महिला का पर्स छीन लिया और उसके पास लेटे बच्चे को भी छीनने की कोशिश की लेकिन इसमें नाकाम रहने के बाद फरार हो गए।
* 23 सितम्बर को ‘लखनऊ-चंडीगढ़ एक्सप्रैस’ जब ‘नगरिया’ (उत्तर प्रदेश) रेलवे स्टेशन के करीब जंगल में किसी स्थान पर रुकी, चंद बदमाश खिड़की के नजदीक बैठी महिलाओं की सोने की चेन सहित अन्य आभूषण उड़ा कर फरार हो गए।
* 20 अक्तूबर को ‘पटना-लोकमान्य तिलक एक्सप्रैस’ ट्रेन में ‘सदाशिवपुर’ (ओडिशा) रेलवे स्टेशन के निकट 4-5 सशस्त्र बदमाश एक यात्री को गोली मार कर घायल करने के बाद उससे लगभग 5000 रुपए नकद और 2 बैग भी छीन कर ले गए।
* 9 नवम्बर को नैनीताल (उत्तराखंड) जिले के हल्द्वानी रेलवे स्टेशन पर 2 शातिर ‘रानीखेत एक्सप्रैस’ में एक यात्री का मोबाइल लूट कर फरार हो गए।
* 13 नवम्बर को सहारनपुर (उत्तर प्रदेश) में ‘अमृतसर-सहरसा जनसेवा एक्सप्रैस’ ट्रेन में 3 बदमाश दिन-दिहाड़े 4 यात्रियों को चाकू मार कर घायल करके नकदी और मोबाइल लूट कर चलती ट्रेन से कूद कर फरार हो गए।
* और अब 14 नवम्बर को दिल्ली से अलीगढ़ लोकल ट्रेन में अपने पति के साथ यात्रा कर रही नवविवाहित युवती के साथ अलीगढ़ (उत्तर प्रदेश) में 4 बदमाशों द्वारा छेड़छाड़ करने और उसे प्रताडि़त करने का मामला सामने आया है।
उक्त घटनाएं साक्षी हैं कि भारतीय यात्री रेलों में सुरक्षा व्यवस्था पर्याप्त नहीं है। अत: रेल मंत्रालय को इस सम्बन्ध में तुरंत जरूरी पग उठा कर यात्रियों की सुरक्षा यकीनी बनानी चाहिए ताकि वे बिना किसी भय व खतरे के यात्रा कर सकें। —विजय कुमार