हत्याएं, अपहरण, बलात्कार और लूटमार उत्तर प्रदेश में लगातार जारी

punjabkesari.in Thursday, Oct 04, 2018 - 04:39 AM (IST)

हालांकि मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में अपराधी तत्वों का सफाया करने के लिए जोर-शोर से अभियान चला रखा है परंतु इसके बावजूद अभी भी प्रदेश में अपराध काबू में नहीं आ रहे। हत्या और लूटमार के अलावा प्रदेश में रोज 8 बलात्कार और 30 अपहरण हो रहे हैं जबकि महिलाओं के विरुद्ध होने वाले अन्य अपराधों की प्रतिदिन 100 से अधिक एफ.आई.आर. दर्ज हो रही हैं। प्रदेश में 2016-17 की तुलना में अपराधों का ग्राफ तेजी से बढ़ा है। यहां तक कि अपराधी तत्वों में चंद पुलिस वाले भी शामिल पाए जा रहे हैं : 

04 सितम्बर को हाथरस में बदमाशों ने आगरा-अलीगढ़ हाइवे पर एक युवक की गोली मार कर हत्या कर दी। 07 सितम्बर को बदमाशों ने इलाहाबाद जिले के बिगहिया गांव में एक ही परिवार के 4 सदस्यों की धारदार हथियार से काट कर हत्या कर दी। 09 सितम्बर को मुजफ्फरनगर में 3 युवकों द्वारा एक युवती से गैंगरेप। 10 सितम्बर को बुलंद शहर के छतारी थाना क्षेत्र में 2 लोगों ने कक्षा चार की छात्रा के अपहरण और बलात्कार के बाद उसकी हत्या कर दी। 

11 सितम्बर को सुल्तानपुर के लंबुआ थाना क्षेत्र में एक ग्रामीण बैंक से तमंचे के बल पर 8 लाख रुपए लूटे गए। 15 सितम्बर को नोएडा में एक युवती से 2 युवकों द्वारा बलात्कार। 19 सितम्बर को बागपत जिले के खेकड़ा में 9 वर्षीय बच्ची की बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई। 21 सितम्बर को नोएडा के सैक्टर-1 में लुटेरों ने एक बैंक के  बाहर सिक्योरिटी में तैनात 2 गार्डों की हत्या कर दी। 22 सितम्बर को बांदा में 6 हथियारबंद बदमाशों ने एक व्यापारी का उसके ही शो रूम से अढ़ाई लाख रुपए नकदी के साथ अपहरण कर लिया। 24 सितम्बर को कानपुर में सड़क किनारे 2 युवकों के शव बरामद हुए जिनकी गला रेत कर हत्या की गई थी। 

25 सितम्बर को इलाहाबाद के धूमनगंज एजैंसी का पैसा जमा करने बैंक जा रहे कर्मचारी से बदमाशों ने 22 लाख रुपए लूट लिए। 26 सितम्बर को हाथरस के सरौंठ गांव में ससुराल वालों ने एक महिला की हत्या करके लाश जला डाली। 28 सितम्बर को देर रात पुलिस ने गोमती नगर, लखनऊ में एप्पल कम्पनी के एरिया मैनेजर को कार न रोकने पर गोली मार दी। 29 सितम्बर को शामली के एक गांव में घर पर अकेली 26 वर्षीय विवाहिता से उसके पड़ोसी ने बंदूक का डर दिखा कर बलात्कार किया। 30 सितम्बर को महोबा के शेखू नगर इलाके में एक युवती को नौकरी का झांसा देकर सामूहिक बलात्कार का शिकार बनाया गया। 

30 सितम्बर को देर शाम लखनऊ में पी.जी.आई. थाने में तैनात नशे में धुत्त दारोगा ने पी.जी.आई. के एक कर्मचारी को इतने जोर से टक्कर मारी कि वह उछल कर दूर जा गिरा और उसे गंभीर चोटें आ गईं। 02 अक्तूबर को ग्रेटर नोएडा में डाबरा गांव की नहर के निकट 2 युवकों की अज्ञात लोगों ने धारदार हथियार से हत्या कर दी। 02 अक्तूबर रात को शामली में 2 लोगों ने पुलिस कर्मियों पर गोलीबारी करके उनसे 2 सर्विस राइफलें लूट लीं। 03 अक्तूबर को सुबह 5 बजे लखनऊ में पुलिस चौकी से मात्र 500 मीटर दूर हथियारों से लैस 4 बदमाशों ने एक व्यापारी के घर धावा बोल कर 25 लाख रुपए और गहने लूट लिए। 03 अक्तूबर को महोबा के सदर कोतवाली क्षेत्र में ङ्क्षहदूवादी संगठन बजरंग दल के नेता राहुल वर्मा का शव क्षत-विक्षत हालत में बरामद हुआ। 

उल्लेखनीय है कि समाजवादी पार्टी की पिछली सरकार के दौरान प्रदेश में व्याप्त ‘गुंडाराज’ को भाजपा ने बड़ा चुनावी मुद्दा बनाया था और योगी आदित्यनाथ ने सत्ता में आने के बाद अपराधी तत्वों के विरुद्ध जोरदार ढंग से अभियान भी छेड़ रखा है। परंतु जिस गति से प्रदेश में अपराध हो रहे हैं उनसे तो ऐसा लगता है कि प्रदेश में अपराधी तत्वों पर योगी आदित्यनाथ द्वारा चलाए गए कानून के डंडे का कोई विशेष असर नहीं हुआ। जिस ढंग से प्रदेश में अपराध हो रहे हैं उससे सरकार की छवि को आघात लग रहा है।—विजय कुमार 


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Pardeep

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