राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को लेकर महिला आई.ए.एस. अधिकारी का घटिया बयान

punjabkesari.in Tuesday, Jun 04, 2019 - 12:19 AM (IST)

देश को स्वतंत्रता दिलाने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के प्रति देश-विदेश के लोगों के मन में भारी सम्मान है। यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर महत्वपूर्ण अवसर पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर आशीर्वाद लेने राजघाट पर अवश्य जाते हैं। विडम्बना ही है कि चंद लोगों के मन में बापू के प्रति वह भावना नहीं है जो होनी चाहिए और बापू के सम्मान की बजाय ये लोग उनके हत्यारे नाथू राम गोडसे को महिमा मंडित करते हैं।
 
इसी श्रृंखला में अब महाराष्ट्र की महिला आई.ए.एस. अधिकारी तथा मुम्बई म्यूनिसिपल कार्पोरेशन में विशेष ज्वाइंट कमिश्नर निधि चौधरी की बापू बारे की गई टिप्पणी को लेकर उनकी भारी आलोचना हो रही है। निधि ने अपने ट्वीट में कहा है कि ‘गांधी की 150वीं जयंती मनाना बेतुका है। यही मौका है जब हम उन (गांधी) का चेहरा नोटों से हटा दें। दुनिया की सभी जगहों से उनकी मूर्तियां हटा दें। उनके नाम पर बने संस्थानों व सड़कों के नाम बदल दें। यह उन्हें एक सच्ची श्रद्धांजलि होगी।’

निधि चौधरी ने आगे ट्वीट किया, ‘थैंक यू गोडसे-30.1.48 के लिए।’ इतना ही नहीं इस ट्वीट के अंत में निधि चौधरी ने एक क्राइंग इमोजी (रोते हुए चेहरे वाली तस्वीर) भी लगा दी थी।

उल्लेखनीय है कि इससे पहले स्वयं को सीता और द्रौपदी जैसे अनुभव से गुजर चुकी महिला बताने वाली निधि चौधरी ने विवाद बढऩे पर उक्त ट्वीट डिलीट करके सफाई देते हुए वही चिरपरिचित वाक्य दोहरा दिया कि ‘मेरे ट्वीट का लोग गलत मतलब निकाल रहे हैं।

बिना सोचे-समझे विवादास्पद बयान देकर जन भावनाओं को आहत करने और बाद में अपने बयान से पलट जाने का भारत में एक गलत रुझान सा चल निकला है। महात्मा गांधी आदरणीय एवं वंदनीय हैं और सदा रहेंगे। अत: ऐसा बयान देकर जनभावनाएं आहत करने के लिए उक्त अधिकारी का तबादला कर महाराष्ट्र सरकार ने बढिय़ा काम किया।    —विजय कुमार
 


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