सरकारी नौकरियों की चयन परीक्षाओं में हो रहे लाखों ‘इधर-उधर’

punjabkesari.in Friday, Feb 17, 2023 - 03:59 AM (IST)

पिछले कुछ समय से देश में विभिन्न परीक्षाओं में बड़े पैमाने पर सामूहिक नकल, फर्जी परीक्षार्थियों द्वारा दूसरों के स्थान पर परीक्षा देने व प्रश्रपत्र लीक होने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। अब यह बुराई  प्रतियोगी परीक्षाओं में भी पहुंच गई है और अधिकांश राज्य इसकी चपेट में आते जा रहे हैं। 

* 23 दिसम्बर, 2022 को ‘हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग’ हमीरपुर’ में ‘जूनियर आफिस असिस्टैंट’ (जे.ओ.ए.) आई.टी. की लिखित परीक्षा का प्रश्रपत्र लीक होने का मामला सामने आया जहां मुख्य आरोपी उमा आजाद तैनात थी। उसे एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने उक्त परीक्षा के प्रश्नपत्र बेचने के एवज में रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा था। तलाशी के दौरान 5000 रुपए नकद व आपत्तिजनक सबूत बरामद किए गए थे और एक प्रश्नपत्र अढ़ाई लाख रुपए में बेचने की बात सामने आई थी। इस मामले में अभी तक 8 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। 

* 29 जनवरी, 2023 को ‘गुजरात पंचायत जूनियर क्लर्क परीक्षा’ का प्रश्नपत्र लीक होने के मामले में संलिप्त 2 लोगों को 3 फरवरी को कोलकाता में गिरफ्तार किया गया जिसके बाद इस मामले में तेलंगाना, ओडिशा और पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार आरोपियों की संख्या 19 हो गई। गुजरात में 7 वर्षों में 13 बार विभिन्न परीक्षाओं के प्रश्नपत्र लीक हुए हैं। 

* 7 फरवरी को मध्य प्रदेश में ‘राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन’ (एन.एच.एम.) के ‘स्टाफ नर्सिंग भर्ती परीक्षा’ प्रश्रपत्र लीक घोटाले की जांच के दौरान सरगना पुष्कर पांडे के गुर्गे के खाते में 41 लाख रुपए के ट्रांजैक्शन के प्रमाण मिले। पुलिस ने इस सिलसिले में 8 आरोपियों को पकड़ कर उनके कब्जे से उक्त परीक्षा का दूसरी पारी का प्रश्नपत्र बरामद किया था। मध्य प्रदेश में गत 3 वर्षों में 5 बार विभिन्न परीक्षाओं के प्रश्नपत्र लीक हुए हैं। 

* 14 फरवरी को अमृतसर में केंद्रीय विद्यालयों में अध्यापकों की भर्ती के लिए आयोजित ‘ट्रेंड ग्रैजुएट टीचर’ (टी.जी.टी.) की ऑनलाइन परीक्षा का हरियाणा में समालखा के एक होटल में बैठ कर प्रश्नपत्र हल किए जाने के मामले में 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें गिरोह के सरगना हिसार निवासी कपिल के अलावा 3 पेपर सॉल्वर तथा 5वां आरोपी पंजाब में अमृतसर का मनबीर शामिल है। हरियाणा में बैठे आरोपी ‘आई.टी.’ के माध्यम से परीक्षार्थियों के कम्प्यूटर अवैध रूप से रिमोट पर लेकर खोलने के बाद प्रश्नपत्र हल करते थे। 

कपिल ही उम्मीदवारों को नौकरी दिलवाने का लालच देकर फंसाता था और उन्हें परीक्षा में पास करवाने के लिए 10 से 12 लाख रुपए में डील करता था। छापे के समय 5 लोग लैपटॉप लेकर प्रश्नपत्र हल करते पकड़े गए। अधिकारियों ने छापेमारी के दौरान कमरे से 6 मोबाइल फोन, एक मोबाइल चार्जर, 2 माऊस, 17 लैपटॉप, 10 लैपटॉप चार्जर, एक इलैक्ट्रिक एक्सटैंशन बोर्ड बरामद करने के अलावा एक सफारी कार भी कब्जे में ली है। ‘पेपर सॉल्वरों’ का कहना है कि कपिल तथा मनबीर ने ऑनलाइन पेपर खोलने के लिए परीक्षार्थियों को ‘लागिन आई.डी. पासवर्ड’ दिया था। (जब से ऑनलाइन परीक्षाएं होने लगी हैं तब से ‘आई.टी.’ की मदद से कम्प्यूटर को रिमोट पर लेकर या ‘हैक’ करके पेपर हल करने के मामले बढऩे लगे हैं।) 

* 15 फरवरी, 2023 को उत्तराखंड राज्य लोकसेवा आयोग के पटवारी भर्ती परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक कांड में 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। यहां 10 वर्षों में विभिन्न परीक्षाओं के 6 से अधिक प्रश्नपत्र लीक हो चुके हैं। अन्य राज्यों में भी प्रश्नपत्र लीक होने का सिलसिला लगातार जारी है। राजस्थान में पिछले 10 वर्षों में टीचर भर्ती, कांस्टेबल भर्ती, लाइब्रेरियन, जे.ई.एन. सिविल आदि की परीक्षाओं के 29 प्रश्नपत्र लीक हो चुके हैं। उत्तर प्रदेश में 10 वर्षों में 12 बार, बिहार में 2 वर्षों में 8, हरियाणा में 2 वर्षों में 3 परीक्षाओं के प्रश्नपत्र लीक हुए हैं। 

प्रश्नपत्र लीक होने व नकल के लिए परीक्षार्थियों द्वारा नए-नए तरीके खोज लेने के कारण प्रशासन नकल रोकने में विफल हो रहा है। परीक्षा का संचालन करने वाले विभाग के स्ट्रांग रूम, परीक्षा केंद्र और परीक्षा नियंत्रक के कार्यालय से भी प्रश्नपत्र लीक होने की संभावना रहती है। कई जगह अध्यापक और सुपरवाइजर तथा शिक्षा संस्थानों के अन्य कर्मचारीही परीक्षा में नकल करवाते पकड़े जा रहे हैं जिनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने की जरूरत है। यदि चयन करने वालों में ही नैतिकता नहीं रहेगी तो फिर चुने गए कर्मचारियों में कहां से नैतिकता आएगी।—विजय कुमार


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