महिलाओं की सुरक्षा को बढ़ रहे खतरे रक्षक ही भक्षक बनते जा रहे

punjabkesari.in Tuesday, Jul 25, 2023 - 05:27 AM (IST)

आज देश में माहौल ही कुछ ऐसा बन गया है कि महिलाएं स्वयं को अत्यधिक असुरक्षित महसूस करने लगी हैं क्योंकि अब तो रक्षक ही भक्षक बनते जा रहे हैं जिसके चंद ताजा उदाहरण निम्न में दर्ज हैं : 

* 23 जुलाई को होशियारपुर (पंजाब) में चब्बेवाल थाना पुलिस ने क्षेत्र के एक प्रसिद्ध डेरे व गुरुद्वारे के मुख्य सेवादार को एक नाबालिग लड़की से छेड़छाड़ के आरोप में गिरफ्तार किया।
* 22 जुलाई को बिदर (कर्नाटक) के ‘हालीखेड’ गांव में स्थित एक सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल ‘नागशैट्टी कुलकर्णी’ को 13 से 15 वर्ष आयु की 4 छात्राओं को मिठाई देने के बहाने अपने घर बुलाकर उनके साथ दुव्र्यवहार करने और अनुचित ढंग से छूने के आरोप में निलंबित किया गया। 

* 22 जुलाई को ही कुरुक्षेत्र (हरियाणा) जिले के बाबैन पुलिस थाना के हैड कांस्टेबल शामलाल को एक नाबालिगा को केस निपटाने का झांसा देकर उससे बलात्कार करने के आरोप में बर्खास्त किया गया।  
* 22 जुलाई को ईटानगर (अरुणाचल) में 21 बच्चों (15 लड़कियों और 6 लड़कोंं) के यौन उत्पीडऩ के आरोपी सरकारी विद्यालय के होस्टल वार्डन ‘युमकेन बागरा’ की जमानत याचिका हाई कोर्ट ने रद्द की। 
* 21 जुलाई को शिवमोगा (कर्नाटक) जिले में एक गिरजाघर से संबद्ध कालेज में पढ़ाने वाले पादरी ‘फ्रांसिस फर्नांडीस’ को एक नाबालिग के यौन शोषण के आरोप में गिरफ्तार किया गया। 

* 17 जून को यमुनानगर (हरियाणा) में एक मौलवी ने 41 वर्षीय महिला को नशीला पदार्थ देकर उससे बलात्कार कर डाला और घटना का वीडियो बना कर उसे वायरल करने की धमकी दे कर 3 लाख रुपए भी ऐंठ लिए।
* 26 अप्रैल को हैदराबाद (तेलंगाना) के एक मंदिर में एक बच्चे की मां तथा तलाकशुदा महिला से बलात्कार करने के आरोप में मंदिर के पुजारी ‘भगत कर्मचंद’ को गिरफ्तार किया गया। पुजारी ने पीड़ित महिला को उसकी समस्याओं का समाधान करने के लिए बुलाकर यह गलत काम कर डाला। इन हालात में न सिर्फ महिलाओं की सुरक्षा खतरे में पड़ रही है, बल्कि अध्यापकों, पुलिस कर्मियों और धर्मजगत से जुड़े लोगों की बदनामी भी हो रही है। अत: ऐसे लोगों के विरुद्ध तुरंत कठोरतम कार्रवाई करने की जरूरत है ताकि नारी जाति की ऐसे लोगों से रक्षा हो सके।—विजय कुमार 


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