सामाजिक जीवन में बढ़ रही अश्लीलता

punjabkesari.in Saturday, Nov 25, 2023 - 04:47 AM (IST)

इन दिनों देश में अश्लीलता का पूरी तरह बोलबाला है और इंटरनैट पर ‘पोर्नोग्राफी’ की बाढ़-सी आई हुई है। हाल ही में 3 ऐसे मामले सामने आए, जिनसे पता चलता है कि अश्लीलता का यह जहर किस तरह फैलता जा रहा है। 17 नवम्बर को महाराष्ट्र के भंडारा जिले के नाकाडोंगरी गांव में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान एक महिला और कुछ अन्य लोगों के अश्लील नृत्य का वीडियो वायरल हुआ जिसके सिलसिले में लापरवाही बरतने के आरोप में 2 पुलिस कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया। 

मंडई मेला के दौरान उक्त गांव में एक महिला नर्तकी ने नाचते-नाचते अपने कपड़े उतार दिए और बाद में उसके नृत्य में पुरुष भी शामिल हो गए, जिन्होंने उसे अश्लील ढंग से छुआ और उस पर नोट बरसाए। 18 नवम्बर को नवी मुम्बई के नेरूल में एक बार (मदिरालय) में अश्लील नृत्य में शामिल होने के आरोप में 11 महिला वेटरों और 1 गायिका सहित 31 लोगों के विरुद्ध पुलिस ने मामला दर्ज किया। 

इस संबंध में मारे गए छापे के दौरान महिला गायिकाएं ग्राहकों को अश्लील इशारे करती भी पाई गईं। और अब 22 नवम्बर को उत्तर प्रदेश के ‘बस्ती’ शहर में एक धार्मिक समारोह के दौरान बार बालाओं ने भोजपुरी गीतों और डीजे की धुन पर जमकर अश्लील नृत्य किया, जिससे वहां मौजूद महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों के सिर शर्म से झुक गए। 

सांस्कृतिक कार्यक्रमों के नाम पर ऐसे फूहड़ आयोजनों को कतई उचित नहीं कहा जा सकता, जो लोगों, विशेषकर बच्चों के चारित्रिक पतन का कारण बन रहे हैं। अत: अश्लीलता के विरुद्ध कठोर अभियान छेडऩे की जरूरत है, वर्ना यह हमारी युवा पीढ़ी के विनाश का कारण बनकर रह जाएगी क्योंकि ‘अश्लीलता’ का जहर दिमाग और शरीर को पूर्णत: खोखला कर देता है।—विजय कुमार


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