‘ढोंगी बाबाओं’ द्वारा ‘महिलाओं का यौन शोषण’ जारी
punjabkesari.in Sunday, May 26, 2024 - 05:18 AM (IST)
संत-महात्मा देश और समाज को मार्गदर्शन प्रदान करते हैं, परंतु कुछ स्वयंभू संत-महात्मा और बाबा इसके विपरीत आचरण करके असली संत-महात्माओं की बदनामी का कारण बन रहे हैं। इसी सिलसिले में आसाराम बापू, फलाहारी बाबा, गुरमीत राम रहीम सिंह, लिंगायत साधु ‘शिवमू्र्ति मुरुघा शरणारू’ तथा जलेबी बाबा आदि को महिलाओं और बच्चियों के यौन शोषण आदि के आरोपों में गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि ऐसे बाबाओं के विरुद्ध शिकायतों का सिलसिला लगातार जारी है, जिनमें से इसी वर्ष के चंद ताजा उदाहरण निम्न में दर्ज हैं :
* 12 मार्च, 2024 को पुलिस ने बेंगलुरू में एक 50 वर्षीय महिला को विवाह तथा आॢथक लाभ का झांसा देकर उससे बलात्कार करने के आरोप में एक गिरजाघर के पादरी राजशेखर (58) के विरुद्ध केस दर्ज किया।
महिला का आरोप है कि चर्च में आने के पहले दिन से ही यह पादरी उसका शोषण करता आ रहा था और उसे आॢथक लाभ दिलाने का झांसा देकर राजशेखर ने उससे लगभग 35 लाख रुपए भी ठग लिए। महिला द्वारा अपनी रकम वापस मांगने पर यह पादरी उसे जान से मारने की धमकियां देने लगा। फिलहाल पादरी फरार है।
* 5 मई को राजस्थान के पाली जिले में एक मौलवी अब्दुल गनी द्वारा मस्जिद के अंदर एक 19 वर्षीय युवती से बलात्कार किए जाने के संबंध में पीड़िता के परिजनों ने पुलिस में शिकायत लिखवाई। युवती ने आरोप लगाया कि अब्दुल गनी ने मुंह खोलने पर उसे जान से मारने की भी धमकी दी थी। मौलवी के विरुद्ध पुलिस में रिपोर्ट दर्ज होने के बाद से वह फरार है।
* 11 मई को उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में एक मौलवी द्वारा मस्जिद में पढऩे वाली एक युवती के साथ बलात्कार करने और उसका वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने के आरोप में पीड़िता के परिजनों ने मसूरी थाना में शिकायत दर्ज करवाई।
* 13 मई को चेन्नई में धोखे से एक महिला को कोल्ड ङ्क्षड्रक में नशीला पदार्थ मिलाकर पिलाकर उससे बलात्कार करने के आरोप में एक धर्मस्थल के पुजारी ‘काॢतक मनुसामी’ के विरुद्ध पुलिस ने केस दर्ज किया। उक्त पुजारी ने महिला के गले में माला पहनाकर उसके साथ रिश्ता कायम करके जिंदगी शुरू करने का वायदा किया था परंतु उसे गर्भवती करने के बाद पहले तो उसका गर्भपात करवा दिया और फिर उसे अपने मित्र के साथ भी सैक्स करने के लिए मजबूर किया।
* 23 मई को मुरादनगर गंगनहर में मुकेश गिरि नामक एक महंत की करतूत सामने आई जिसने शनि मंदिर घाट पर बने महिलाओं के चेंजिंग रूम में सी.सी.टी.वी. कैमरा लगवाकर उन्हें अपने मोबाइल के साथ जोड़ रखा था और मोबाइल पर महिलाओं को कपड़े बदलते समय नंगा देखा करता था। गंगनहर में अपनी बेटी के साथ नहाने आई एक महिला ने कपड़े बदलते समय चेंजिंग रूम में गुप्त कैमरा लगा देख कर इसका विरोध किया तो महंत ने पीड़िता के साथ गाली-गलौच और अभद्रता करने के अलावा उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी जिस पर महिला ने पुलिस में उसके विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज करवा दी। फिलहाल आरोपी महंत फरार है और पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।
* 24 मई को गाजियाबाद के मधुबन बापूधाम थानाक्षेत्र में रहने वाली एक महिला ने अपने भाई के ससुर और साली के उत्पीडऩ से तंग आकर दोनों के विरुद्ध थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। पीड़िता का आरोप है कि जब वह नहा रही थी, तब उसके भाई के ससुर ने छिपकर उसकी वीडियो बना ली। बाद में उसके आधार पर उसने पीड़िता के साथ जबरदस्ती की और जबरदस्ती करने के भी फोटो खींच लिए।
पीड़िता ने आरोप लगाया है कि अब इन वीडियो और फोटो के आधार पर पिता-पुत्री दोनों ही उसे ब्लैकमेल कर उससे रकमें ऐंठने में लगे हैं। हालांकि सभी संत ऐसे नहीं हैं परंतु निश्चय ही ऐसी घटनाएं संत समाज की बदनामी का कारण बन रही हैं लेकिन इसके लिए किसी सीमा तक महिलाएं भी दोषी हैं, जो इन ढोंगी बाबाओं की भाषण कला से प्रभावित होकर इनके झांसे में आ जाती हैं और संतान प्राप्ति, घरेलू समस्या निवारण आदि के लोभ में अपना सर्वस्व लुटा बैठती हैं। लिहाजा इस मामले में महिलाओं को भी सावधानी बरतने की जरूरत है। घर के बड़े-बुजुर्गों को भी परिवार की महिलाओं और बच्चियों को विशेष रूप से बिना जांचे-परखे इस तरह के बाबाओं के जाल में फंसने से बचने के लिए सचेत और जागरूक करना चाहिए।—विजय कुमार