सभी धर्मों के ‘चंद धर्मगुरु’ कर रहे ‘दुष्कर्म और यौन शोषण’

punjabkesari.in Saturday, Jan 25, 2020 - 04:05 AM (IST)

संत और महात्मा देश व समाज को मार्गदर्शन प्रदान करते हैं परंतु कुछ तथाकथित संत-महात्मा और बाबा लोग इसके विपरीत आचरण करके असली संत-महात्माओं की बदनामी का कारण बन रहे हैं। यह बुराई किसी एक धर्म के संतों और बाबाओं तथा भारत तक ही सीमित नहीं है बल्कि अनेक देशों व धर्मों से संबंधित चंद आध्यात्मिक गुरु इस बुराई का शिकार हो गए हैं। 

19 जुलाई, 2019 को सोलन में एक धर्मगुरु ने पूजा की आड़ में एक नाबालिग किशोरी से बलात्कार कर डाला। 25 सितम्बर, 2019 को बुलंद शहर की जिला हज कमेटी के अध्यक्ष हाजी नूर मोहम्मद कुरैशी को तमंचे की नोक पर एक युवती से बलात्कार करने के आरोप में जेल भेजा गया। 28 सितम्बर, 2019 को मुम्बई के वसई में एक ईसाई प्रार्थना केंद्र चलाने वाले पादरी को एक महिला की बीमारी का इलाज करने के बहाने सम्मोहित करके उससे कई बार बलात्कार करने के आरोप में पकड़ा गया। 06 अक्तूबर, 2019 को उत्तर प्रदेश के बागपत में एक महिला पुलिस कांस्टेबल ने मस्जिद के एक मौलवी मौलाना जुबैर के विरुद्ध शिकायत दर्ज करवाई कि उक्त मौलवी ने उसके परिवार पर जिन्न का साया होने की बात कह कर उसे मस्जिद में बुलाया और फिर जिन्न भगाने के नाम पर सवा वर्ष तक उससे बलात्कार करता रहा। 

19 नवम्बर को अहमदाबाद पुलिस ने स्वयंभू बाबा स्वामी नित्यानंद के विरुद्ध 2 बच्चों को बंधक बनाकर रखने के आरोपों में केस दर्ज किया। इसका एक फिल्म अभिनेत्री के साथ सैक्स टेप भी 2010 में वायरल हुआ था। 20 नवम्बर को उत्तर प्रदेश के दौराला थाना क्षेत्र में एक बच्ची से बलात्कार के आरोपी पुजारी को जेल भेजा गया। 25 नवम्बर को अर्जेंटीना के एक कैथोलिक चर्च में बधिर बच्चों का यौन शोषण करने के आरोप में मैंडोजा के 2 पादरियों में से एक 83 वर्षीय पादरी को 42 वर्ष और दूसरे 49 वर्षीय पादरी को 45 वर्ष कैद की सजा सुनाई गई है। 12 दिसम्बर को मध्य प्रदेश में सतना जिले के मैहर गांव में एक पुजारी को एक ही परिवार की 3 सगी बहनों को अनहोनी का डर दिखा कर काल सर्प दोष से मुक्ति दिलाने, उनके परिवार की सुख-शांति तथा उनकी शादी का मार्ग प्रशस्त करने के बहाने अकेले कमरे में ले जाकर उनके कपड़े उतरवा कर बारी-बारी उनसे हवस मिटाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। 

16 दिसम्बर को ओकलाहामा सिटी के आर्क डाइसिस ने एडमोंड के एक गिरजाघर के पादरी द्वारा लगभग 18 वर्ष पूर्व किए गए एक 17 वर्षीय लड़के के यौन उत्पीडऩ का खुलासा किया। 20 दिसम्बर को फिरोजपुर के सीमांत गांव में एक डेरे के संचालक जसबीर सिंह उर्फ जस्सा बाबा तथा उसके साथी जसबीर सिंह उर्फ तोती पर एक महिला को डरा-धमका कर उसके साथ तीन महीनों तक बलात्कार करने के आरोप में फिरोजपुर पुलिस ने केस दर्ज किया। 

22 दिसम्बर को प्रकाशित रोमन कैथोलिक चर्च की अति रुढि़वादी मैक्सिकन शाखा की एक आंतरिक रिपोर्ट में यह रहस्योद्घाटन किया गया है कि 1941 से 16 दिसम्बर, 2019 के बीच इससे जुड़े 33 पादरियों ने कम से कम 175 बच्चों का यौन शोषण किया। इनमें से ‘लीगनरीज आफ क्राइस्ट’ के संस्थापक मार्शियल मैसिएल ने कम से कम 60 बच्चों का यौन शोषण किया। और अब 20 जनवरी, 2020 को पानीपत पुलिस ने एक सात वर्षीय मासूम के यौन शोषण के आरोप में एक मदरसे के अध्यापक उस्मान अली को रंगे हाथों पकड़ कर गिरफ्तार किया है। 

भारतीय हों या विदेशी ऐसे चंद तथाकथित धर्मगुरु जन आस्था से खिलवाड़ करके पावन संत वेश और संत समाज की बदनामी का कारण बन रहे हैं जिस प्रकार अर्जेंटीना में 2 पादरियों को लम्बे कारावास की सजा सुनाई गई है उसी प्रकार भारत में भी जन आस्था से खिलवाड़ करने वाले बाबाओं को ऐसी ही सख्त सजा सुनाई जानी चाहिए ताकि दूसरों को भी नसीहत मिले और संत समाज की बदनामी भी न हो। विशेष रूप से महिलाओं को इस मामले में सावधानी अवश्य बरतनी चाहिए जिनके भोलेपन का चंद ढोंगी बाबा अक्सर अनुचित लाभ उठाकर उनका जीवन नरक बना रहे हैं।—विजय कुमार


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News