‘देशभर में चूहों की बढ़ती आबादी से’ ‘अनाज व सम्पत्ति को पहुंच रहा बड़ा नुकसान’

punjabkesari.in Saturday, Oct 07, 2023 - 05:00 AM (IST)

देश में चूहों ने उत्पात मचा रखा है। चूहे प्रतिवर्ष मंडियों में अनाज नष्टï कर रहे हैं, वहीं रेलवे, धर्मस्थानों, अस्पतालों, सीवरेज लाइनों, भूमिगत केबल्स व बिजली की तारों के अलावा इमारतों व पुलों आदि को भी क्षति पहुंचा रहे हैं। भारतीय रेलवे को चूहों के कारण अनेक समस्याओं से दो-चार होना पड़ रहा है। एक आर.टी.आई. के जवाब में बताया गया है कि अकेले उत्तर रेलवे की लखनऊ डिवीजन ने ही चूहों को पकडऩे के लिए 3 वर्षों में चूहों को मारने पर 69 लाख रुपए खर्च कर दिए।

बड़े-बड़े बिल बनाकर रह रहे चूहे माल गोदामों का सामान नष्टï करने और रेल पटरियों को खोखला करने के अलावा अन्य नुक्सान पहुंचाते हैं। अनाज और गल्ला मंडियां भी चूहों का बड़ा ठिकाना हैं। चूहे बोरों को काट कर अनाज खा जाते हैं, जिससे व्यापारियों को प्रतिदिन लाखों रुपए का नुक्सान हो रहा है। मंदिर भी चूहों के उत्पात से मुक्त नहीं हैं। ओडिशा के जगन्नाथ मंदिर में चूहों के आतंक से सेवादार परेशान हैं। यहां चूहों ने रत्न सिंहासन पर विराजमान भगवान जगन्नाथ, उनके बड़े भाई बलभद्र और उनकी बहन देवी सुभद्रा के वस्त्र कुतरने के अलावा भगवान जगन्नाथ से जुड़ी पवित्र नाग-नागुनि (नाग-नागिन) रस्सी को भी कुतर दिया।

अस्पतालों के वार्ड भी चूहों की उछल-कूद के ठिकाने बने हुए हैं। गत जुलाई में जोधपुर (राजस्थान) स्थित ‘मथुरा दास अस्पताल’ में चूहों ने मरीजों के बिस्तरों पर चढ़कर उनके पैरों को कुतर दिया जिस कारण अस्पताल प्रशासन को एक वार्ड भी खाली करवाना पड़ा। चूहों की बढ़ती संख्या ने कोलकाता पर धावा बोल कर इन दिनों वहां के स्थानीय निकाय प्रशासन को ङ्क्षचता में डाल रखा है। कोलकाता के ‘मेयर फिरहाद हकीम’ के अनुसार महानगर में चूहों की आबादी तेजी से बढ़ रही है जो नई और पुरानी इमारतों की बुनियादों के साथ ही महानगर की सड़कों और पुलों तक को खोखला कर रहे हैं।

चूहों ने महानगर के कम से कम 2 फ्लाईओवरों ‘ढाकुरिया पुल फ्लाईओवर’ तथा ‘ए.जे.सी. बोस फ्लाईओवर’ की बुनियादों को भारी क्षति पहुंचाई है। ‘ढाकुरिया फ्लाईओवर’ के निकट रहने वाले ‘झोंपड़-पट्टïी के लोगों’ का कहना है कि ‘‘चूहे इस पुल को एक केक की तरह खा रहे हैं। प्रतिदिन हम इसके कुछ हिस्से गिरते हुए देखते हैं।’’ चूहों के कारण कोलकाता में आए दिन सड़कों के धंसने की सूचना मिलती रहती है। ‘मेयर फिरहाद हकीम’ ने कहा कि चूहे हमारी सीवरेज लाइनों, भूमिगत केबलों और बिजली की तारों को भारी क्षति पहुंचा रहे हैं।

चूहों ने कोलकाता नगर निगम की अंग्रेजों के जमाने की पुरानी इमारतों तथा एसप्लेनेड स्थित विधानसभा भवन को भी क्षति पहुंचाई है। फुटपाथों पर रहने वाले लोगों का कहना है कि उनके लिए तो काम करना ही मुश्किल हो गया है क्योंकि चूहे आकर उनके पैर कुतर जाते हैं। खाने की वस्तुओं की रेहडिय़ों वाले अपना बचा-खुचा सामान, लोगों की छोड़ी हुई जूठन, सड़कों पर और ड्रेनों में फैंक देते हैं और भोजन के लिए चूहे ड्रेनों तक को कुतर कर उन्हें कमजोर कर रहे हैं।

इस स्थिति के दृष्टिïगत नगर निगम ने अब सभी फूड वैंडरों और रेस्तराओं के मालिकों से दुकानों के बाहर खाने का सामान न फैंकने का अनुरोध करने के अलावा उनसे सफाई बनाए रखने का अनुरोध किया है। ‘मेयर फिरहाद हकीम’ का कहना है कि अभी हम लोगों को जागरूक कर रहे हैं लेकिन यदि लोग नहीं माने तो उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।

कोलकाता के मेयर ने चेतावनी दी है कि इस समय लोग जिस तरह डेंगू, मलेरिया आदि से परेशान हैं, उसी तरह यदि चूहों की बढ़ती समस्या पर ध्यान न दिया गया तो भविष्य में ये भी महामारी का कारण बन सकते हैं। इस समस्या का कोई और समाधान न देखते हुए फिलहाल नगर निगम ने चूहों के बिलों को कांच, कंक्रीट, रेत आदि से भरना शुरू कर रखा है। फिलहाल यही कहा जा सकता है कि सृष्टिï के इन छोटे से जीवों ने मानव जाति के लिए बड़ी समस्या खड़ी कर रखी है जिनसे मुक्ति पाना निकट भविष्य में तो संभव दिखाई नहीं देता। -विजय कुमार 


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