देश में लगातार ‘लूटे जा रहे बैंक’‘सुरक्षा व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह’

punjabkesari.in Wednesday, Nov 30, 2022 - 05:29 AM (IST)

 सरकार के दावों के बावजूद देश में अपराध कम नहीं हो रहे। एक ओर जहां बलात्कार, हत्या, चोरी-डकैती आदि के मामले बढ़ गए हैं तो दूसरी ओर बैंकों और ए.टी.एम. को लगातार निशाना बनाया जा रहा है। देश के विभिन्न भागों मेंं कुछ समय के दौरान बैंक लूटने की निम्न वारदातें हो चुकी हैं : 

* 05 जुलाई को सुबह भिवाड़ी (राजस्थान) में 6 सशस्त्र डकैतों ने एक निजी बैंक खुलने के कुछ ही मिनट के भीतर कर्मचारियों और ग्राहकों को बंदूक के बल पर बंधक बनाकर लगभग 76 लाख रुपए नकद और 25 लाख रुपए मूल्य के स्वर्ण आभूषण लूट लिए।
* 04 अगस्त को 3 नकाबपोश जालंधर में एक बैंक के स्टाफ और वहां मौजूद ग्राहकों को बंधक बनाकर 14 लाख रुपए लूट कर ले गए। 
* 05 अगस्त को 3 सशस्त्र डाकू अलवर (राजस्थान) के भूगोर गांव स्थित ‘बड़ौदा-राजस्थान ग्रामीण बैंक’ की शाखा में घुस कर स्टाफ और ग्राहकों को धमका कर लगभग 10 मिनट के भीतर 76,000 रुपए ले उड़े। 

* 12 अगस्त को लुधियाना के देतवाल गांव स्थित ‘पंजाब नैशनल बैंक’ की शाखा से 5 सशस्त्र लुटेरों ने 7.44 लाख रुपए लूट लिए।
* 18 अगस्त को जमशेदपुर (झारखंड) स्थित ‘बैंक ऑफ इंडिया’ के स्टाफ और ग्राहकों को बंदूक दिखा कर बंधक बनाने के बाद 4 सशस्त्र लुटेरे लगभग 30 लाख रुपए लूट कर फरार हो गए। 
* 06 सितम्बर को महाराष्ट्र में लातूर स्थित ‘महाराष्ट्र ग्रामीण बैंक’ की शाखा से 27 लाख रुपए नकद और 22 लाख रुपए के स्वर्ण आभूषण लूट लिए गए। बैंक के लॉकर में 5 तरह के ताले होने के बावजूद लुटेरों ने इस घटना को अंजाम दिया। 

* 16 सितम्बर को पणजी (गोवा) में 5 युवक स्टेट बैंक की ‘केरी सतारी’ शाखा के मैनेजर का बंदूक के बल पर अपहरण करने के बाद 55 लाख रुपए की नकदी तथा स्वर्णाभूषण लूट कर ले गए।
* 19 सितम्बर को मुजफ्फरपुर (बिहार) में एक निजी बैंक की ‘गोबरसाही’ शाखा पर 3 अज्ञात लुटेरों ने धावा बोल दिया और बैंक के डिप्टी मैनेजर द्वारा विरोध करने पर उसे घायल करके 14.98 लाख रुपए लूट कर ले गए। 
* 17 नवम्बर को पाली (राजस्थान) स्थित स्टेट बैंक की शाखा खुलते ही 2 सशस्त्र लुटेरे अंदर घुस आए और 50 सैकेंड में ही वारदात को अंजाम देते हुए 3,33,656 रुपए लूट कर फरार हो गए। 

* 18-19 नवम्बर की दरम्यानी रात को पटियाला (पंजाब) में घनौर के निकट ‘जंडमंघौली’ के ‘सैंट्रल कोआप्रेटिव बैंक’ में 2 लुटेरे सेंधमारी करने के बाद लगभग 8 लाख रुपए नकदी चुरा कर फरार हो गए। 
* 26 नवम्बर को कटनी (मध्यप्रदेश) में रंगनाथ नगर  थाना के अंतर्गत ‘बरगवां’ क्षेत्र में स्थित एक ‘गोल्ड बैंक’ में दिन-दिहाड़े डकैती की वारदात को अंजाम देते हुए लगभग 6 बदमाश बैंक में रखा लगभग 15 किलो सोना और लाखों रुपए नकदी लेकर फरार हो गए। 
* 26-27 नवम्बर की दरम्यानी रात को 4 नकाबपोश लुटेरों ने कर्नाटक के ‘डोडा बल्लापुरा’ के निकट ‘होसाहल्ली’ में ‘कर्नाटक ग्रामीण बैंक’ में घुस कर 14 लाख रुपए नकद और 3.5 करोड़ रुपए मूल्य का सोना लूट लिया। 

* और अब 28 नवम्बर को दिन दिहाड़े घनौर (पंजाब) स्थित यूको बैंक की शाखा से 3 नकाबपोश लुटेरे 17.80 लाख रुपए लूटने के बाद बैंक में लगे सी.सी.टी.वी. कैमरों का डी.वी.आर. भी उखाड़ कर ले गए। 

बैंकों में हमलों के कारण कई बार उस समय वहां रुपए जमा करवाने या निकलवाने आए ग्राहकों की जान भी जोखिम में पड़ जाती है और कई बार लुटेरे बैंकों तथा ए.टी.एम. से रुपए निकलवा कर जाने वालों के पीछे भी लग जाते हैं और मौका पाते ही उन्हें लूट लेते हैं। अनेक बैंक शाखाओं पर सुरक्षा कर्मियों की लापरवाही से ये घटनाएं हो रही हैं और कई मामलों में अपराधी बैंकों और ए.टी.एम. बूथों में लगाए गए सी.सी.टी.वी. कैमरों के सही ढंग से काम न करने के कारण बच निकलते हैं।

कई बार कैमरों के लैंस पर रंग छिड़क कर उन्हें नाकारा कर देने या घटना को रिकार्ड करने वाले डी.वी.आर. तक उखाड़ कर अपने साथ ले जाने के कारण भी लुटेरे पकड़ में नहीं आ पाते। ऐसे मामलों में कई बार बैंकों के कर्मचारी भी अपराधियों के साथ मिले पाए गए हैं। अत: बैंकों में सुरक्षा प्रबंध अभेद्य बनाने और ऐसी वारदातों के लिए जिम्मेदार लोगों को पकड़ कर कड़ी सजा देना यकीनी बनाने की आवश्यकता है।—विजय कुमार  


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