...और अब नितिन गडकरी ने कहा :  ‘गरीब लोगों का अमीर देश है भारत!’

punjabkesari.in Saturday, Oct 01, 2022 - 04:12 AM (IST)

हमने 17 सितम्बर को प्रकाशित सम्पादकीय ‘जिसका काम उसी को साजै’ में लिखा था, ‘‘केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी भाजपा के स्पष्टवादी नेताओं में से एक हैं जो अपने काम का प्रचार करने की बजाय चुपचाप काम करने में विश्वास रखते हैं।’’ श्री नितिन गडकरी ने अपनी स्पष्टवादी के कारण ही विरोधी खेमे में भी अपने प्रशंसक बनाए हैं तथा लगातार अपनी पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं को उनकी त्रुटियों के बारे में सचेत करते और नसीहतें देते रहते हैं। गत 23 अगस्त को उन्होंने कहा था कि, ‘‘सरकार समय पर फैसला नहीं लेती जो एक बड़ी समस्या है।

देश के बुनियादी ढांचा क्षेत्र का भविष्य सुनहरा है। यहां संभावना व क्षमता मौजूद है। यदि हम समय पर फैसला लेते हुए अच्छी तकनीक व नए सुधारों को स्वीकार करें तो चमत्कार कर सकते हैं।’’और अब 29 सितम्बर को श्री नितिन गडकरी ने नागपुर में ‘भारत विकास परिषद’ की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में एक बार फिर अपने मन की भावना व्यक्त करते हुए भारत को गरीब लोगों का अमीर देश करार दिया है।

उन्होंने कहा, ‘‘भारत के विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने और एक समृद्ध देश होने के बावजूद इसकी जनसंख्या गरीबी, भुखमरी, बेरोजगारी, जातिवाद, अस्पृश्यता और महंगाई का सामना कर रही है जो समाज की प्रगति के लिए ठीक नहीं है।’’ ‘‘देश के भीतर अमीर और गरीब के बीच की खाई गहरी हो रही है जिसे पाटने तथा समाज के बीच सामाजिक और आर्थिक समानता पैदा करने की आवश्यकता है। समाज के इन दो हिस्सों के बीच फासला बढऩे से आर्थिक विषमता भी सामाजिक असमानता की तरह बढ़ी है।’’

इसके साथ ही उन्होंने स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में काम करने की जरूरत पर बल दिया। श्री गडकरी के अन्य बयानों की भांति ही उनके उक्त बयान भी उनकी स्पष्टवादी और वैचारिक ईमानदारी का मुंह बोलता प्रमाण हैं जिसके लिए वह साधुवाद के पात्र हैं।-विजय कुमार 


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