‘भारत की सुरक्षा को’ ‘खतरे में डाल रहे चंद गद्दार’

punjabkesari.in Tuesday, May 13, 2025 - 05:24 AM (IST)

इस समय देश को एक ओर पाकिस्तान से खतरे का सामना करना पड़ रहा है तो दूसरी ओर बंगलादेश के साथ भी हमारे सम्बन्ध गत वर्ष 5 अगस्त को वहां शेख हसीना की सरकार गिरने के बाद सामान्य नहीं रहे। 
दोनों ही देशों के लिए जासूसी करने के आरोप में भारत में लोगों का पकड़ा जाना भारतीय सुरक्षा बलों के लिए ङ्क्षचता का विषय है जिसके चंद ताजा उदाहरण निम्न में दर्ज हैं :

* 8 फरवरी को ‘अमृतसर देहाती पुलिस’ ने पाकिस्तान की खुफिया एजैंसियों को संवेदनशील जानकारी देने के आरोप में नासिक आर्मी कैम्प में तैनात सेना के एक जवान ‘संदीप सिंह’ को गिरफ्तार किया।
* 19 मार्च को ‘आर्डनैंस फैक्टरी, कानपुर’ (उत्तर प्रदेश, अरमापुर) में कार्यरत जूनियर वक्र्स मैनेजर ‘कुमार विकास’ को ‘एंटी टैररिस्ट स्कवायड’’ ने पाकिस्तानी एजैंट ‘नेहा शर्मा’ के साथ ‘आर्डनैंस फैक्टरी’ के दस्तावेज, उपकरणों, गोला बारूद के निर्माण से संबंधित चार्ट, कर्मचारियों की अटैंडैंस शीट और मशीनों की जानकारी सांझी करने के आरोप में गिरफ्तार किया।
* इससे पूर्व 13 मार्च को ‘एंटी टैररिस्ट स्कवायड’ ने ‘आर्डनैंस इक्विपमैंट फैक्टरी हजरतपुर’ (फिरोजाबाद, उत्तर प्रदेश) के कर्मचारी ‘रविंद्र कुमार’ को ‘नेहा शर्मा’ के जरिए पाकिस्तान की खुफिया एजैंसी ‘आई.एस.आई.’ को गोपनीय सूचनाओं को सांझा करते हुए पकड़ा था।

* 1 मई को ‘राजस्थान इंटैलीजैंस’ ने कड़ी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तानी खुफिया एजैंसी ‘आई.एस.आई.’ के लिए जासूसी करने वाले ‘मोहनगढ़’, जैसलमेर निवासी ‘पठान खान’ को गिरफ्तार किया। 
वर्ष 2013 में ‘पठान खान’ पाकिस्तान गया था। तभी से वह पाकिस्तान की खुफिया एजैंसी के अधिकारियों के संपर्क में था और सामरिक महत्व की गोपनीय सूचनाएं पाकिस्तान के साथ सांझी कर रहा था। 
बताया जाता है कि वह पाक खुफिया एजैंसी के अधिकारियों को भारतीय सिम भी उपलब्ध करवा चुका है। आई.एस.आई. के हैंडलर्स और अधिकारियों द्वारा अनेक माध्यमों से ‘पठान खान’ को धन उपलब्ध कराया गया।  
* 4 मई को पंजाब पुलिस ने भारतीय सेना और वायुसेना के कैंटोनमैंट एरिया एवं एयरफोर्स स्टेशन की संवेदनशील जानकारियां पाकिस्तान भेजने के आरोप में ‘पलक शेर मसीह’ व ‘सूरज मसीह’ को गिरफ्तार किया। इनसे बरामद मोबाइल फोन में सेना की मूवमैंट व वायुसेना बेस के चित्र मिले हैं।

* 9 मई को ‘राजस्थान इंटैलीजैंस’ ने जैसलमेर जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में संदिग्ध गतिविधियों की सूचना मिलने पर 5 संदिग्ध युवकों ‘दीनखान’, ‘मुर्रीफ खान’, ‘खबन खान’, ‘शेख सोनू’ व ‘शाहिद अली’ को गिरफ्तार किया। 
* 10 मई को उत्तर बंगाल में ‘बेंगडुबी सैन्य स्टेशन’ के आसपास घूमने वाले एक व्यक्ति को सेना के जवानों ने हिरासत में लिया। उसने बंगलादेश का जासूस होने की बात स्वीकार की। 
उसने अपना नाम ‘अशरफुल आलम’ बताया और कहा कि वह बंगलादेश की खुफिया सेवा में डी.एस.पी. है। उसकी लम्बी दाढ़ी और बिखरे बाल, उसकी गंदी शर्ट और पैंट आदि उसे एक भिखारी जैसा दिखा रहे थे। 
* और अब 11 मई को ‘मालेरकोटला’ पुलिस ने नई दिल्ली स्थित पाक उच्चायोग में तैनात एक अधिकारी को खुफिया जानकारी लीक करने के आरोप में  ‘गजाला’ नामक महिला तथा ‘यामीन अहमद’ नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। ये दोनों मालेरकोटला के रहने वाले हैं। पुलिस ने इनके कब्जे से 2 मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं। ‘गजाला’ ने स्वीकार किया कि उसने उक्त अधिकारी के साथ भारतीय सेना की गतिविधियों के बारे में गुप्त जानकारी सांझी की थी। 

यहीं पर बस नहीं, इन दिनों देश के विभिन्न भागों में सेना की वर्दी पहन कर संदिग्ध लोगों के घूमने और कुछ स्थानों पर सेना की वर्दी बिकने के समाचार भी आ रहे हैं। ‘पहलगाम’ हमले में आतंकवादी भारतीय सेना की वर्दी पहन कर ही आए थे। ऐसे में सुरक्षा बलों को अधिक चौकसी बरतने की आवश्यकता है।—विजय कुमार 


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