बढ़ता NPA, पुरानी सरकार के पाप का ब्याजः मोदी

punjabkesari.in Wednesday, Feb 07, 2018 - 03:07 PM (IST)

नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बैंकों की गैर निष्पादित संपत्ति (एनपीए) को कांग्रेस की देन बताते हुए आज कहा कि पिछली सरकार के सत्ता से जाते समय यह 36 प्रतिशत नहीं बल्कि 82 प्रतिशत था जबकि उनके कार्यकाल में एक भी कर्ज एनपीए नहीं बना है।

मोदी ने राष्ट्रपति अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर लोकसभा में हुई चर्चा का उत्तर देते हुए कहा कि वह सदन के माध्यम से देश को बताना चाहते हैं कि एनपीए का मामला पुरानी सरकार के कारण पैदा हुआ है और इसके लिए शत प्रतिशत वही जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि बैंकिंग व्यवस्था ऐसी थी कि फोन आते थे और सरकार, बिचौलिए और बैंक चहेतों को ऋण दे देते थे तथा ऋण लेने वाला बैंकों को पैसा वापस नहीं देता था। देश को लूटा जा रहा था। उन्होंने कहा, मैं इस पवित्र सदन में कहता हूं कि हमारी सरकार ने एक भी ऋण ऐसा नहीं दिया जिसमें एनपीए की नौबत आई हो। आपने सही बात छिपाई और गलत आंकड़े देकर देश को गुमराह किया।

मोदी ने कहा कि आपने कहा कि 36 प्रतिशत एनपीए था लेकिन उन्होंने सरकार में आने के बाद दस्तावेजों की जांच की तो पता चला कि एनपीए दरअसल 82 प्रतिशत था। मार्च 2008 में कुल ऋण 18 लाख करोड़ रुपए था जो वर्ष 2014 में 52 लाख करोड़ रुपए हो गया था। इस बीच बैंकों को लगातार पुनर्गठित करके चहेतों को ऋण दिए जाते रहे। प्रधानमंत्री ने कहा कि वह चार साल से झूठे आरोप झेल रहे हैं लेकिन देश की भलाई के लिए चुप रहे। अगर उन्हें राजनीति करनी होती तो पहले ही दिन सारे तथ्य सामने रख देते लेेकिन उससे दुर्दशाग्रस्त बैंक और तबाह हो जाते। उन्होंने विपक्षी दल की ओर इशारा करते हुए कहा, आपके पापों का सबूत होते हुए भी मैं देश की भलाई के लिए चुप रहा।

उन्होंने कहा कि हमने तय किया है कि स्वच्छता अभियान चौराहे तक ही नहीं रहेगा बल्कि यह नागरिकों के हक में आचार एवं विचार तक में होना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमने बैंकिंग सेक्टर को ताकत दी है और आज जो एनपीए की राशि बढ़ रही है, वह‘आपके पाप का ब्याज है।’उन्होंने कहा कि यह देश कांग्रेस को कभी माफ नहीं करेगा। कभी ना कभी देश को हिसाब देना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि हिट एंड रन की राजनीति बहुत हो रही है। वह कहना चाहते हैं कि जितना कीचड़ उछालोगे उतना ही कमल खिलेगा।
 


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