ISIS ने उड़ाई ईराक की 800 साल पुरानी अल-नूरी मस्जिद

punjabkesari.in Thursday, Jun 22, 2017 - 02:01 PM (IST)

बगदाद: मोसुल में अल-नूरी मस्जिद को आईएसआईएस के विद्रोहियों ने उड़ा दिया। 800 साल पुरानी इसी मस्जिद में वर्ष 2014 में पहली बार सार्वजनिक रूप से सामने आए अबू बकर अल बगदादी ने खुद को खलीफा घोषित किया था।  


इस्लामिक स्टेट ने अपनी प्रचार एजेंसी अमाक के जरिए तुरंत एक बयान जारी कर इसके लिए अमरीकी हमले को जिम्मेदार ठहराया, जबकि अमरीकी नीत गठबंधन ने स्थल को नष्ट किए जाने की निंदा की और इसे मोसुल और ईराकी लोगों के खिलाफ अपराध बताया।  


ISIS ने नूरी मस्जिद को उड़ा किया ऐतिहासिक अपराध
अमरीका की अगुवाई वाले गठबंधन के प्रवक्ता कर्नल रयान डिलन ने कहा, हम यह पुष्टि कर सकते हैं कि अल-नूरी मस्जिद नष्ट हो गई लेकिन यह गठबंधन हमले के कारण नष्ट नहीं हुई है। ईराकी सेना के एक शीर्ष कमांडर अब्दुलमीर याराल्लाह ने एक बयान में कहा, हम पुराने शहर में अंदर तक उनके ठिकानों की ओर बढ़ रहे थे और जब नूरी मस्जिद के 50 मीटर के दायरे में घुस गए तो आईएस ने नूरी मस्जिद और उससे लगी इमारत हदबा को उड़ा कर एक और ऐतिहासिक अपराध किया।

बता दें कि मोसुल में पिछले कुछ दिनों से भयंकर लड़ाई छिड़ी हुई है।19 जून को ईराकी अधिकारियों ने शहर को अपने कब्जे में लेने के लिए आतंकी संगठन के खिलाफ हमले शुरू किए थे। इसी अभियान के दौरान वह शहर के सबसे प्रतीकात्मक अल-नूरी मस्जिद के पास थे और आईएस के आतंकियों ने इसे विस्फोटक से उड़ा दिया। ईराकी प्रधानमंत्री हैदर अल अबादी ने कल कहा कि स्थल को नष्ट किया जाना मोसुल पर कब्जे की आठ महीने लंबी लड़ाई में जिहादियों की आेर से हार का औपचारिक एेलान है।   


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