प्रतिदिन करें घी के ये उपाय, स्वास्थ्य लाभ के साथ वैवाहिक जीवन में रहेगी सुख-शांति

punjabkesari.in Sunday, Apr 16, 2017 - 10:56 AM (IST)

भगवान की नियमित पूजा करने से व्यक्ति के जीवन के सभी कष्ट मिट जाते हैं अौर सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। देवी-देवताअों की पूजा में कई सामग्रियों का प्रयोग किया जाता है। इसी प्रकार पूजा में घी का दीपक भी प्रज्वलित किया जाता है। यहां गाय के घी के कुछ उपाय बताए गे हैं, जिन्हें करने से स्वास्थ्य लाभ के साथ-साथ वैवाहिक जीवन में भी सुख-शांति बनी रहती है। 

रात के समय शिवलिंग के पास शुद्ध घी का दीपक प्रज्वलित करने से स्वास्थ्य लाभ होता है। इसके साथ ही आर्थिक तंगी से भी मुक्ति मिल सकती है। ये उपाय नियमित रूप से करना चाहिए। 

यदि कोई व्यक्ति लंबे समय से किसी रोग से ग्रसित है अौर किसी उपचार से भी ठीक नहीं हो रहा है तो घी का यह उपाय करने से लाभ होगा। प्रतिदिन रोगी के कमरे में शाम के समय घी का दीपक केसर डालकर प्रज्वलित करें। इसके साथ ही रोगी की दवाईयां भी जारी रखें। घी अौर केसर के जलने से निकलने वाला धुंअा नकारात्मक ऊर्जा को खत्म कर सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाएगा। ऐसा करने से रोगी को शीघ्र लाभ हो सकता है। 

प्रतिदिन रात को सोने से पूर्व घर में जहां बर्तन धोए जाते हैं वहां घी का एक दीपक प्रज्वलित करें। दीपक प्रज्वलित करने से पहले उस स्थान को अच्छी तरह साफ कर लें। इससे वैवाहिक जीवन में आ रहे वाद-विवाद खत्म होंगे अौर सुख-शांति बनी रहेगी। 

शारीरिक रूप से कमजोर व्यक्ति को प्रतिदिन शिवलिंग पर घी अर्पित करना चाहिए। शिवपुराण के अनुसार शिवलिंग पर घी अर्पित करने से शारीरिक बल की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही खाने में भी घी का प्रयोग करना फायदेमंद रहता है। 

गाय के घी में वैक्सीन एसिड, ब्यूट्रिक एसिड, बीटा-कैरोटीन जैसे माइक्रोन्यूट्रींस होते हैं। इस वजह से ये घी कैंसर जैसी गंभीर बीमारी में भी लाभ पहुंचाता है। घी का प्रतिदिन सेवन करने से लंबे समय तक बुढ़ापे में होने वाले रोगों से बचे रहते हैं। ध्यान रखें कि स्वस्थ होने पर ही घी का सेवन करें। किसी रोग से ग्रसित होने पर चकित्सक की सलाह के बाद ही सेवन करें। 

घी का नियमित सेवन करने पर वात और पित्त के रोग दूर होते हैं। यदि किसी व्यक्ति को पेट में जलन की शिकायत रहती है तो उसके लिए घी का उपयोग काफी फायदेमंद है। आंखों की रोशनी के लिए भी घी का सेवन करना बेहद जरूरी है। घी खाते समय इसकी मात्रा का विशेष ध्यान रखना चाहिए। अधिक घी खाना नुकसानदायक भी हो सकता है। 

पूजा, हवन आदि धार्मिक कार्यों में गाय के दूध से बने शुद्ध घी का विशेष महत्व है। पूजा करने या हवन में अाहुति देने से जो धुआं निकलता है वह वातावरण के लिए फायदेमंद होता है। इस धुएं से हवा में मौजूद हानिकारक कीटाणु खत्म हो जाते हैँ। इसके साथ ही घर में नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है अौर पवित्रता में बढ़ौत्तरी होती है। 


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