कोका-कोला किस धर्म के लोगों के लिए अलग कोल्ड ड्रिंक बनाती है?

punjabkesari.in Wednesday, Apr 16, 2025 - 01:19 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क: गर्मियों में ठंडक का अहसास देने वाली कोका-कोला पूरी दुनिया में पसंद की जाती है। 1886 से यह कंपनी कोल्ड ड्रिंक्स बना रही है, लेकिन क्या आपको पता है कि यह कंपनी एक खास धर्म के लोगों के लिए एक अलग तरह की कोल्ड ड्रिंक बनाती है? सुनकर हैरानी होगी, लेकिन यह बिलकुल सच है।

यहूदी धर्म के लिए बनती है अलग कोल्ड ड्रिंक

कोका-कोला यहूदी (Judaism) धर्म के मानने वालों के लिए एक खास कोल्ड ड्रिंक बनाती है। इसे सामान्य बोतल से अलग पहचानने के लिए इसमें लाल नहीं, बल्कि पीले रंग का ढक्कन लगाया जाता है। यह केवल अमेरिका और कुछ यहूदी बहुल देशों में ही मिलता है।

ऐसा क्यों किया जाता है?

यहूदी धर्म में साल में एक विशेष पर्व आता है, जिसे पासओवर (Passover) कहा जाता है। इस पर्व के दौरान यहूदी लोग कुछ विशेष अनाज और वस्तुएं जैसे गेहूं, मक्का (कॉर्न), राई और बींस का सेवन नहीं करते। नॉर्मल कोका-कोला में मिठास के लिए हाई-फ्रक्टोज़ कॉर्न सिरप डाला जाता है, जो कॉर्न से बना होता है। ऐसे में यहूदी लोग पासओवर के समय इसे नहीं पी सकते।

खास 'कॉर्न फ्री' कोल्ड ड्रिंक

कोका-कोला कंपनी ने यहूदी परंपराओं का सम्मान करते हुए एक खास कॉर्न-फ्री वर्जन तैयार किया है। इसमें कॉर्न सिरप की जगह केन शुगर (गन्ने की चीनी) का इस्तेमाल किया जाता है। इसे कोशर फॉर पासओवर के नियमों के मुताबिक तैयार किया जाता है।

कैसे पहचानें यह खास बोतल?

इस खास कोल्ड ड्रिंक की सबसे अलग पहचान होती है पीले रंग का कैप। यानी अगर आप कभी अमेरिका या किसी यहूदी बहुल इलाके में हों और कोका-कोला की बोतल पर पीला ढक्कन देखें, तो समझ जाइए कि यह वही स्पेशल वर्जन है।

धार्मिक परंपराओं का सम्मान

कोका-कोला की यह पहल दर्शाती है कि वैश्विक ब्रांड किस तरह धार्मिक आस्थाओं और परंपराओं का सम्मान करते हैं। यह सिर्फ एक मार्केटिंग स्ट्रेटेजी नहीं बल्कि सांस्कृतिक विविधता को अपनाने की मिसाल भी है।

क्या भारत में भी ऐसा होता है?

भारत में कोका-कोला का यह विशेष संस्करण उपलब्ध नहीं है, क्योंकि यहां Passover पर्व और उसकी धार्मिक मान्यताएं आम नहीं हैं। लेकिन अगर दुनिया के दूसरे देशों में रहने वाले यहूदी यात्रियों को पासओवर के दौरान कोल्ड ड्रिंक की इच्छा हो तो वे इसी पीले कैप वाली बोतल को चुनते हैं।


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Content Editor

Ashutosh Chaubey

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