Baba Vanga Predictions: बाबा बेंगा की अब तक की सबसे खतरनाक भविष्यवाणी आई सामने, इंसानों का होगा ये हाल
punjabkesari.in Thursday, Apr 17, 2025 - 01:02 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क: बुल्गारिया की प्रसिद्ध भविष्यवक्ता बाबा वेंगा की एक और डरावनी भविष्यवाणी ने दुनिया को चौंका दिया है। उनके अनुसार साल 2088 में एक ऐसा रहस्यमय वायरस फैलेगा जिसकी वजह से इंसान तेजी से बूढ़े होने लगेंगे। ये वायरस इतना ताकतवर होगा कि इससे इंसानों की उम्र तेजी से घटेगी और वे कम उम्र में ही बुजुर्गों जैसे दिखने लगेंगे।
जलवायु परिवर्तन और जैविक युद्धों से जुड़ा खतरा?
भले ही यह भविष्यवाणी आज से करीब 63 साल बाद के लिए है लेकिन मौजूदा हालात को देखते हुए ये चेतावनी बेहद गंभीर नजर आती है। जिस तरह से जलवायु परिवर्तन, जैविक हथियारों की होड़ और प्रयोगशालाओं में नए वायरस पर रिसर्च हो रही है, वह इस डरावनी भविष्यवाणी को सच बना सकते हैं।
बाबा वेंगा कौन थीं?
बाबा वेंगा का असली नाम वेंगेलिया पांडेवा दिमित्रोवा था। उनका जन्म 1911 में हुआ था और बचपन में एक हादसे के कारण उनकी आंखों की रोशनी चली गई थी। इसके बाद उन्होंने दावा किया कि उन्हें भविष्य देखने की शक्ति प्राप्त हो गई है। उन्हें बाल्कान क्षेत्र की नास्त्रेदमस भी कहा जाता है।
अब तक कई भविष्यवाणियां हो चुकीं सच
बाबा वेंगा की कई भविष्यवाणियां अब तक सच साबित हो चुकी हैं जैसे-
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अमेरिका पर 9/11 का हमला
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कुर्स्क पनडुब्बी दुर्घटना
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इंदिरा गांधी की हत्या
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बराक ओबामा का राष्ट्रपति बनना इन घटनाओं के सही पूर्वानुमान ने बाबा वेंगा की बातों को और भी विश्वसनीय बना दिया है।
भविष्य की बाकी भविष्यवाणियां भी कर रहीं परेशान 2088 के वायरस की भविष्यवाणी के अलावा बाबा वेंगा ने और भी कई डरावनी घटनाओं की चेतावनी दी है:
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2025: यूरोप कई हिस्सों में बंट जाएगा
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2028: नई ताकत उभरेगी और भूखमरी का संकट बढ़ेगा
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2033: समुद्र का जलस्तर बढ़ेगा और कई देश डूबने लगेंगे
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2043: यूरोप में इस्लामिक शासन का प्रभाव बढ़ेगा
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2046: मानव अंगों की कृत्रिम निर्माण प्रक्रिया तेज होगी
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2066: अमेरिका ऐसा हथियार बनाएगा जो पूरे वातावरण को तबाह कर सकता है
क्या विज्ञान के प्रयोग ही बनेंगे खतरे की वजह? वर्तमान में वैज्ञानिक जिस तरह से जेनेटिक इंजीनियरिंग, वायरस मैनिपुलेशन और क्लाइमेट कंट्रोल हथियारों पर काम कर रहे हैं, वह चिंता का कारण है। ऐसे में बाबा वेंगा की 2088 वाली चेतावनी को हल्के में नहीं लिया जा सकता।
कैसे बचा जा सकता है भविष्य के इस खतरे से?
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रिसर्च और डेवलपमेंट पर वैश्विक निगरानी बढ़ानी होगी
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जैविक हथियारों और प्रयोगशाला वायरस निर्माण पर अंतरराष्ट्रीय नियंत्रण जरूरी है
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जलवायु परिवर्तन को रोकना अब सिर्फ एक विकल्प नहीं बल्कि ज़रूरत है
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स्वस्थ जीवनशैली और इम्यूनिटी को बढ़ावा देना आज की सबसे बड़ी प्राथमिकता होनी चाहिए