''राजनीतिक दबाव में छिपाई गई इशरत जहां के आतंकी होने की खबर''

punjabkesari.in Thursday, Feb 25, 2016 - 09:43 PM (IST)

नई दिल्ली:  पूर्व गृहसचिव ने इशरत जहां मुठभेड़ मामले में सनसनीखेज खुलासे किए हैं ,यूपीए सरकार के  दौरान गृह सचिव रहे जीके पिल्लई ने बताया कि इस मामले में राजनीतिक हस्तक्षेप किया गया। अंग्रेजी न्यूज चैनल टाइम्स नाउ को दिए गए इंटरव्यू में पिल्लई ने खुलासा किया कि लश्कर-ए-तैयबा ने इशरत को शहीद बता कर उसे अपने वेबसाइट पर डाला था लेकिन कुछ देर बाद ही उसे हटा लिया था। लेकिन, वास्तव में वो इसमें शामिल थी या वो पूरे मामले से बेखबर थी ये एक जांच का विषय है।
 
पिल्लई ने कहा कि इशरत उस ग्रुप का हिस्सा थी जो भारत में घूम रहा था और वो एक नेता को मारने आया था जिसे आखिरकार गुजरात में मुठभेड़ के दौरान मार गिराया गया। लेकिन, लश्कर-ए-तैयबा के वेबसाइट पर नाम डालने के अलावा और कोई दूसरा ऐसा सीधा साक्ष्य नहीं है जिससे ये साबित हो सके कि इशरत आतंकी थी। हो सकता है उसे बलि का बकरा बनाया गया हो।
 
पिल्लई ने कहा कि इशरत मामले में फिलहाल लश्कर आतंकी डेविड हेडली के बयानों के आधार पर किसी तरह का निष्कर्ष नहीं निकाला जा सकता है और इस मामले में आगे जांच की जरूरत है। पूर्व गृह सचिव ने कहा कि मुख्य मुद्दा ये है कि ये मुठभेड़ असली था या फिर फर्जी था। पिल्लई ने कहा कि इस मामले में राजनीतिक हस्तक्षेप किया गया और कुछ लोग नहीं चाहते थे कि इशरत जहां के लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े होने की सच्चाई सामने आए।

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