राशि के अनुसार जानें, कौन सा व्यवसाय बदल सकता है आपकी किस्मत

punjabkesari.in Saturday, Sep 10, 2016 - 01:25 PM (IST)

विज्ञान द्रुत गति से विकास कर रहा है, फलस्वरूप आजकल व्यवसाय भी उपव्यवसाय के रूप में बंटकर अनेक प्रकार के हो चुके हैं और वे एक-दूसरे से इतने भिन्न हैं कि व्यवसाय के वास्तविक स्वरूप को सुनिश्चित करना लगभग असंभव सा हो गया है। अत: ज्योतिष विज्ञान के अनुसार व्यवसाय का सही चयन करने के लिए अनुसंधानात्मक विश्लेषण की आवश्यकता होती है। 

 

जन्म कुंडली में व्यवसाय एवं कर्म का मुख्य भाव दशम होता है। इस विद्या के अनुसार ग्रह, नक्षत्र इत्यादि से भावी जीवन के रुझान के बारे में सही निर्णय लिया जा सकता है। व्यक्ति की रुचि, बौद्धिक प्रतिभा व शक्ति का दिग्दर्शन उसकी जन्मकुंडली ही कर सकती है। चूंकि ज्योतिष शास्त्र व्यक्ति की आंतरिक गुप्त शक्ति को प्रकट कर देता है, अत: ज्योतिष विज्ञान का सहयोग लेकर सही व्यवसाय का चुनाव करना श्रेयस्कर है।

 

अनेक कुंडलियों का गहन व सूक्ष्म अध्ययन करने पर यह पाया गया है कि जन्म कुंडली में जो ग्रह से संबंधित वस्तुओं का व्यवसाय करता है अथवा लग्नेश जिस राशि में होता है, जातक प्राय: उसी राशि के स्वामी ग्रह से संबंधित वस्तुओं का व्यवसाय करता है अथवा जो शुभ ग्रह लग्न भाव में स्थित हो या लग्न भाव पर जो शुक्र दृष्टि करता हो व्यक्ति द्वारा प्राय: उस ग्रह से संबंधित वस्तुओं का ही व्यवसाय करना शुभकारक एवं फलदायी होता है। 

  

यहां प्रत्येक लग्न से संबंधित व्यवसाय दिए जा रहे हैं जिनमें जातक को पूर्ण सफलता मिलती है तथा धन एवं सम्पत्ति को प्राप्त करता है : 

 

मेष लग्न वाले जातक को इंजीनियरिंग, सेना, पुलिस, मिलिट्री, वकालत, चिकित्सक, ड्राइविंग, कम्प्यूटर जौहरी, अग्नि संबंधी व्यवसाय आदि में सफलता मिलती है।

 

वृष लग्न वाले जातकों के लिए कृषि, अध्यापन, कला, सजावट, विलासिता की वस्तुएं, चित्रकारी, कशीदाकारी, कलात्मक वस्तुएं, संगीत, सिनेमा, नृत्य, नाटक, अभिनय, गायक, फैशन, पेंटिंग, धातु का व्यापार, होटल या बर्फ के कारोबार अत्यधिक लाभदायक हैं।  

 

मिथुन लग्न के जातकों के लिए बैंकिंग, लिपिक लेखन, समाचार रिपोर्टर, संपादन, भाषा विशेषज्ञ, एजैंट, अनुवादक, लेखक, उन्नतिकारक सिद्ध होंगे।

 

कर्क लग्न के जातकों के लिए जल व कांच से संबंधित व्यवसाय उष्ण व शीतल पेय, लांडरी, नाविक, डेयरी फार्म, मेट्रान, गृहिणी, होटल, कारोबार, स्नेकबार, बेकरी उद्योग, बर्फ, जहाज, रसायन विज्ञान सुगंधित पदार्थ, अगरबत्ती, फोटोग्राफी, चित्रकारी, पुरातत्व, इतिहास सामाजिक कार्यकर्ता आदि व्यवसाय सही हैं। 

 

सिंह लग्न के जातकों के लिए राजनयिक, औषधि, स्टाक एक्सचेंज कपड़ा, रूई, कागज, स्टेशनरी, घास, फल, जमीन से प्राप्त पदार्थ, शासक, प्रशासक एवं अधिकारी जेवरात, सर्कस आदि व्यवसायों में लाभ होता है।

 

कन्या लग्न के जातकों को ज्योतिष, वायु, अध्ययन, अध्यापन, शिक्षक, खुदरा, विक्रेता, लिपिक, रुपयों का लेन-देन, स्वागतकर्ता, बस ड्राइवर, रेडियों-दूरदर्शन के कलाकार, नोटरी, कम्प्यूटर आदि के क्षेत्रों में कार्य करने से लाभ प्राप्त होता है। 

 

तुला लग्न के जातकों को मनोचिकित्सक, अन्वेषक, जासूस, बही खाता रखने वाला, खजांची, बैंक क्लर्क, टाइपिस्ट, लेखा परीक्षक, सेल्स गर्ल पशुओं से उत्पन्न वस्तुएं जैसे दूध, घी, ऊन आदि का कारोबार लाभदायक रहता है। 

 

वृश्चिक लग्न के जातक के लिए कैमिस्ट, डाक्टर, वकील, इंजीनियर, भवन निर्माण, मार्कीटिंग, देश सेवा, टैलीफोन, विद्युत खनिज तेल, नमक, औषधि, घड़ी, रेडियो दार्शनिक, ज्योतिषी, तांत्रिक जासूस एवं परिचारिकाएं के क्षेत्र अनुकूल हैं। 

 

धनु लग्न के जातक अध्यापक, प्राध्यापक, लेखक, संपादक, शिक्षा विभाग, कानून, वकालत, लेखन, कार्य, क्लर्क, उपदेशक, स्वतंत्रता सेनानी, दार्शनिक, धर्म सुधारक, प्रकाशन, दलाली, कमीशन, एजैंट, आयात-निर्यात, खाद्य पदार्थ, चमड़े का व्यापारी, बैंकर आदि बना करते हैं। 

 

मकर लग्न के जातक मैनेजमैंट, बीमा विभाग, बिजली, कमिशन, मशीनरी, ठेकेदारी, सट्टा, आयात-निर्यात, रेडीमेड कपड़ा, राजनीतिक, खिलौना, कृषि, खनन, वन उत्पाद, फार्म का कार्य, बागवानी, खान, विज्ञान, भूगर्भ, विज्ञान, संयोजन, सचिव, बैंकर आदि कार्यों में सफलता पाते हैं।

  

कुंभ लग्न के जातक शोध कार्य, शिक्षण कार्य, ज्योतिष तांत्रिक, प्राकृतिक, उपचारक, दार्शनिक, एक्स-रे कर्मचारी, चिकित्सकीय, उपकरणों के विक्रेता, टैलीग्राफिस्ट, कम्प्यूटर, वायुयान, मैकेनिक, बीमा, ठेकेदारी, चौकीदार आदि कार्यों में प्रवीणता प्राप्त करते हैं। 

 

मीन लग्न के जातक लेखन, सम्पादन, अध्यापन, लिपिक, पानी, अनाज, दलाली, शेयर, मछली, कमीशन, एजैंट, आयात निर्यात, कोरियोग्राफी, सामाजिक, कार्य संग्रहालय, पुस्तकालय, क्लब संचालन संगीतज्ञ, कवि, तांत्रिक, यात्रा, एजैंट, अनुसंधानकर्ता चिकित्सा, सर्जन, नर्स, जेलर, उपदेशक मंत्री आदि कार्यों में से किसी भी एक को अपना व्यवसाय बनाकर धन एवं यश की प्राप्ति कर सकते हैं।

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News