सहकारी समितियों को ऋण देने के लिए एनसीडीसी ने ड्यूश बैंक से 600 करोड़ रुपये का ऋण प्राप्त किया
punjabkesari.in Tuesday, Apr 13, 2021 - 10:22 PM (IST)
नयी दिल्ली, 13 अप्रैल (भाषा) देश में सहकारी समितियों को आगे ऋण देने के लिए, पहली बार, राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम (एनसीडीसी) ने ड्यूश बैंक से यूरो छह करोड़ 88.7 लाख (लगभग 600 करोड़ रुपये) का ऋण प्राप्त किया है। कृषि मंत्रालय ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की मौजूदगी में एनसीडीसी और जर्मनी के सबसे बड़े बैंक, ड्यूश बैंक के बीच इस संबंध में एक समझौता हुआ।
मंत्री ने बाजारों से किसानों के जुड़ाव को बढ़ावा देने के लिए इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स (आईसीसी) और एनसीडीसी के बीच एक समझौता हस्ताक्षर आयोजन की भी अध्यक्षता की।
कृषि मंत्रालय ने कहा, ‘‘यह पहली बार है कि दुनिया के सबसे बड़े यूरोपीय बैंकों में से एक यह बैंक (ड्यूश बैंक) एनसीडीसी को उधार दे रहा है, जो भारतीय विकास वित्त संस्थान में वैश्विक वित्तीय संस्थान के बढ़ते विश्वास को दर्शाता है, विशेष रूप से ऐसे समय में जब कोविड-19 संकट के कारण वैश्विक आर्थिक उथल-पुथल की स्थिति ने उधार देने के काम को चुनौतीपूर्ण बना डाला है।
तोमर ने कहा कि इस अवसर पर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के कृषि परिदृश्य और जर्मनी के साथ आर्थिक संबंधों के बारे में एक नई दृष्टि दी है।
उन्होंने कहा कि एनसीडीसी के आईसीसी और ड्यूश बैंक के साथ हुए समझौते के माध्यम से देश में स्थापित किए जा रहे किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ), आसान ऋण प्राप्त कर सकेंगे और बाजार की पहुंच कायम करेंगे, जिससे छोटे और सीमांत किसानों को मदद मिलेगी।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की मौजूदगी में एनसीडीसी और जर्मनी के सबसे बड़े बैंक, ड्यूश बैंक के बीच इस संबंध में एक समझौता हुआ।
मंत्री ने बाजारों से किसानों के जुड़ाव को बढ़ावा देने के लिए इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स (आईसीसी) और एनसीडीसी के बीच एक समझौता हस्ताक्षर आयोजन की भी अध्यक्षता की।
कृषि मंत्रालय ने कहा, ‘‘यह पहली बार है कि दुनिया के सबसे बड़े यूरोपीय बैंकों में से एक यह बैंक (ड्यूश बैंक) एनसीडीसी को उधार दे रहा है, जो भारतीय विकास वित्त संस्थान में वैश्विक वित्तीय संस्थान के बढ़ते विश्वास को दर्शाता है, विशेष रूप से ऐसे समय में जब कोविड-19 संकट के कारण वैश्विक आर्थिक उथल-पुथल की स्थिति ने उधार देने के काम को चुनौतीपूर्ण बना डाला है।
तोमर ने कहा कि इस अवसर पर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के कृषि परिदृश्य और जर्मनी के साथ आर्थिक संबंधों के बारे में एक नई दृष्टि दी है।
उन्होंने कहा कि एनसीडीसी के आईसीसी और ड्यूश बैंक के साथ हुए समझौते के माध्यम से देश में स्थापित किए जा रहे किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ), आसान ऋण प्राप्त कर सकेंगे और बाजार की पहुंच कायम करेंगे, जिससे छोटे और सीमांत किसानों को मदद मिलेगी।
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