खाद्य वस्तुओं के दाम में तेजी अस्थायी मामला, जल्दी ही कीमतें सामान्य स्तर पर आएंगी: बजाज

punjabkesari.in Thursday, Nov 05, 2020 - 09:14 AM (IST)

नयी दिल्ली, तीन नवंबर (भाषा) आर्थिक मामलों के सचिव तरूण बजाज ने मंगलवार को कहा कि खाद्य वस्तुओं के दाम में तेजी अस्थायी मामला है और जल्दी ही नई फसल की आवक तथा सरकार के जरूरी जिंसों की आपूर्ति बढ़ाने के उपायों के साथ मूल्य सामान्य स्तर पर आना चाहिए।

देश के कुछ भागों में प्याज की कीमत 100 रुपये किलो तक पहुंच गयी है। आलू और अन्य खाद्य पदार्थों के दाम भी ऊंचे बने हुए हैं।

जरूरी जिंसों के दाम में तेजी से सितंबर महीने में खुदरा मुद्रास्फीति आठ माह के उच्च स्तर 7.34 प्रतिशत पर पहुंच गयी।
उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित मुद्रास्फीति अगस्त में 6.69 प्रतिशत जबकि सितंबर 2019 में 3.99 प्रतिशत थी।

इससे पहले, खुदरा मुद्रास्फीति जनवरी 2020 में 7.59 प्रतिशत थी।

आर्थिक मामलों के सचिव बजाज ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि यह अस्थायी है...वास्तव में थोक और खुदरा मूल्य सूचकांक में अंतर है। अत: यह बताता है कि इसका कारण लॉजिस्टिक है। अच्छे कृषि मौसम के साथ नई फसल आने से कीमतें नीचे आने की उम्मीद है।’’
थोक कीमत सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति सितंबर 2020 में बढ़कर 1.32 प्रतिशत पहुंच गयी। मुख्य रूप से खाद्य वस्तुओं के दाम में तेजी से थोक महंगाई दर बढ़ी।
उन्होंने कहा कि कृषि और उपभोक्ता मामलों का मंत्रालयों ने कीमतों को नियंत्रित करने के लिये कुछ उपायों की घोषणा की है।

बजाज ने कहा, ‘‘हमें लगता है कि यह अस्थायी मामला है और जल्दी ही ऊंचे मूल्य के सामान्य स्तर पर आ जाना चाहिए। साथ ही उच्च मूल्य कुछ जिंसों तक सीमित होगा।’’
सरकार के प्याज के दाम को काबू में लाने के विभिन्न प्रयासों के बावजूद देश के कुछ भागों में इस सब्जी के दाम में तेजी बनी हुई है।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार बेंगलुरू में प्याज का खुदरा मूल्य सोमवार को 100 रुपये किलो पहुंच गया। यह स्थिति तब है जब कर्नाटक देश में प्याज का तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक राज्य है।

अखिल भारतीय स्तर पर प्याज का औसत मूल्य सोमवार को 70 रुपये किलो पर बना रहा।



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PTI News Agency

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