इन बल्लेबाजों ने रचा इतिहास, तोड़ डाला क्रिकेट का 70 साल पुराना रिकॉर्ड

punjabkesari.in Friday, Oct 14, 2016 - 07:26 PM (IST)

मुंबई: वानखेड़े मैदान पर खेले जा रहे मैच में कप्तान स्वप्निल गुगाले और अंकित बावने ने रणजी इतिहास की सबसे बड़ी पार्टनरशिप करते हुए दिल्ली को बैकफुट पर ला दिया। कप्तान स्वप्निल गुगाले (नाबाद 351) के तिहरे शतक और अंकित बावने (नाबाद 258) के दोहरे शतक तथा दोनों के बीच तीसरे विकेट के लिए अविजित 594 रन के रिकार्डतोड़ साझेदारी की बदौलत महाराष्ट्र ने दिल्ली के खिलाफ रणजी ट्राफी ग्रुप बी मैच के दूसरे दिन शुक्रवार को अपनी पहली पारी दो विकेट पर 635 रन का विशाल स्कोर बनाकर घोषित कर दी।  

गुगाले और बावने ने तीसरे विकेट के लिये 594 रन की साझेदारी का प्रथम श्रेणी विश्व रिकार्ड बनाया। उनके पास कुमार संगकारा और माहेला जयवर्धने के बीच 2006 में कोलंबों में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 624 रन की सबसे बड़ी साझेदारी का रिकार्ड तोडने का मौका था लेकिन गुगाले ने अपनी टीम की पारी घोषित कर दी। वे यह रिकार्ड तोडने से 31 रन दूर रह गये लेकिन उन्होंने किसी भी विकेट के लिये प्रथम श्रेणी की सबसे बड़ी साझेदारी का नया विश्व रिकार्ड बना दिया। विजय हजारे और गुल मोहम्मद के 1946-47 में बनाए गए रिकॉर्ड को तोड़ा। हजारे और गुल ने बड़ोदा की ओर से होल्कर के खिलाफ चौथे विकेट के लिए 577 रन की पार्टनरशिप की थी। ये मैच सेंट्रल कॉलेज ग्राउंड, बड़ोदा में खेला गया था।

महाराष्ट्र के कप्तान ने 521 गेंदों का सामना किया और नाबाद 351 रन में 37 चौके तथा पांच छक्के लगाये जबकि बावने ने 500 गेंदों पर नाबाद 258 रन की पारी में 18 चौके और दो छक्के लगाये। दोनों ने महाराष्ट्र की पारी को दो विकेट पर 41 रन से उबारकर 635 तक पहुंचाया। दिल्ली के कप्तान उन्मुक्त चंद ने इस साझेदारी को तोडने के लिये नौ गेंदबाजों का इस्तेमाल किया लेकिन किसी को कामयाबी नहीं मिली। एकमात्र सफल गेंदबाज नवदीप सैनी रहे जिन्होंने 44 रन पर दो विकेट लिये। मनन शर्मा ने 40 ओवर में 148 रन और वरुण सूद ने 30 ओवर में 107 रन लुटाये। दिल्ली ने दूसरे दिन का खेल समाप्त होने तक बिना कोई विकेट खोए 21 रन बना लिये। कप्तान उन्मुक्त चार और मोहित 14 रन बनाकर क्रीज पर हैं। 


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