सत्य कहानी: साधारण घर में पैदा होकर भी बना जा सकता है शहंशाह

punjabkesari.in Monday, Jan 04, 2016 - 09:56 AM (IST)

एक बहुत ही निर्धन परिवार में पैदा हुआ बालक नेपोलियन बोनापार्ट। मन में कुछ विशेष करने की इच्छा थी। किंतु हालात ऐसे नहीं थे। आजीविका कमाने के लिए भी कोई बड़ा काम अथवा नौकरी हाथ नहीं लगी। एक साधारण सैनिक की नौकरी मिली, इसे ही स्वीकार कर लिया।
 
सेना में रहते हुए भी वह आगे से आगे बढऩा चाहता था। कोशिशें जारी रखीं। दृढ़संकल्प का साथ नहीं छोड़ा। पुरुषार्थ का हाथ थामे रहा। प्रयत्न पर प्रयत्न जारी रखे। कोई भी अवसर हाथ से नहीं जाने दिया और एक समय ऐसा भी आया कि नेपोलियन बोनापार्ट फ्रांस का शहंशाह बन गया।
 
नेपोलियन इतना शक्तिशाली हो गया कि उसने पूरे यूरोप पर पंद्रह वर्ष तक एकछत्र राज किया। वह दृढ़संकल्प वाला व्यक्ति था। प्रबल पुरुषार्थ किया करता। इस व्यक्ति ने कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा आगे से आगे बढ़ता गया।
 
नेपोलियन ने सफलता के जो मूलमंत्र दुनिया को दिए वे थे ‘‘इच्छाशक्ति वाले मन के लिए कुछ भी असंभव नहीं।’’
 
मूर्ख लोगों के शब्दकोष में ही असंभव शब्द हो सकता है...हमारे शब्दकोष में कभी नहीं। तथा इन सबसे भी बड़ी बात कही- ‘‘असंभव शब्द हमारी फ्रैंच भाषा का है ही नहीं।’’ 
 

यह कहते हुए उसने पूरे फ्रांस को संदेश दे दिया कि उनके लिए, उन सबके लिए नामुमकिन कुछ भी नहीं। इन बातों के कारण ही निर्धन घर में पैदा हुए नेपोलियन बोनापोर्ट ने उन्नति के शिखर को छू लिया।  


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News