करवाने गई थी खांसी का इलाज, पता चला बॉडी के सारे आॅर्गन हैं उल्टे-पुल्टे

punjabkesari.in Sunday, Oct 23, 2016 - 02:31 PM (IST)

जोधपुर: आपको थोड़ी-सी तकलीफ हो और आप डॉक्टर को दिखाने जाओ और वो आपको कहे कि आपके भीतरी सारे अंग उल्टे हैं तो आपका रिएक्शन क्या होगा, जी हां एक पल के लिए तो आप भी सकते में आ जाएंगे। कुछ ऐसा ही हुआ राजस्थान के जोधपुर में रहने वाली जकिया के साथ। 25 वर्षीय जकिया काफी लंबे समय से खांसी से परेशान थी जो ठीक नहीं हो रही थी। वे इसके इलाज के लिए फिजीशियन डॉ. पुनीत नाग के पास गई तो उन्होंने उसके फेफड़ों की हालत जानने के लिए स्टेथोस्कॉप सीने पर लगाया तो वे कुछ समय के लिए सोच में पड़ गए और दोबारा फिर चैक किया। दरअसल उन्हें धड़कन सुनाई नहीं दे रही थी। डॉक्टर ने जगह बदली तो उन्हें हल्की-हल्की धड़कन सुनाई देने लगी। उन्हें समझने में देर नहीं लगी कि मामला डेस्क्ट्रोकार्डिया का है। डॉ. नाग ने जकिया के परिजनों को जब इसके बारे में बताया तो पहले तो वे लोग भी डर गए लेकिन समझाने उनके जल्दी इस बारे में समझ आ गई कि इससे कोई बड़ी चिंता की बात नहीं है। वहीं जकिया ने कहा कि पहली बार इस बात का पता चला तो थोड़ा टेंशन हुआ था। लेकिन डॉक्टर ने पूरी तरह से इस रेअर कंडीशन के बारे में बताया तो मैं समझ गई।''सोचा नहीं था शरीर में सबकुछ उल्टा-पुल्टा होगा

ये था जकिया का केस
जकिया की खांसी ठीक नहीं हुई तो सीटी स्कैन सहित दूसरी जांचें करवाई। जब रिपोर्ट सामने आई तो जाकिया का हार्ट ही नहीं दूसरे अंग की संरचना भी सामान्य से उलटी थी। यानी दाहिने तरफ होने वाले लिवर, अपेंडिक्स, पेंक्रियाज, स्प्लीन बाएं तरफ थे।  इसे डेक्स्ट्रोकार्डिया साइट्स इनर्वसस का केस माना गया। जो बहुत रेअर होता है। इसमें शरीर की भीतरी संरचना पूरी तरह से उल्टी यानी मिरर इमेज होती है।

क्या कहते हैं डॉक्टर
डॉ नाग के मुताबिक, ''यह परेशानी जन्मजात होती है। इसके मरीज सामान्य जीवन जीते हैं। इस विषय पर हुई रिसर्च के मुताबिक सिर्फ उन्हें खांसी व निमोनिया की परेशानी होने की आशंका रहती है।'' जकिया के भाई जमाल बताते हैं कि बचपन में कभी उसे डॉक्टर के पास ले जाने की जरूरत ही नहीं पड़ी। इसलिए यह सब कुछ देरी से सामने आया।

क्या कहते है विशेषज्ञ
साइटस इनवर्सस एक रेअर आनुवांशिक संरचना है। जो भ्रूण के शुरुआत में ही विपरित दिशा में विकसित होने से अंगों का स्थान बदलने से होती है। मानव के भीतरी अंगों के उल्टा-पुल्टा होने की बात सबसे पहले 1643 के लियोनार्डो द विंची के दस्तावेजों में पता चलती है लेकिन उसकी पुष्टि नहीं थी। अमेरिका के मेया क्लीनिक में 1910 से 1947 तक 1.5 मिलियन लोगों की जांच में 76 मामले साइटस इनवर्सस के सामने आए थे। यहां दस हजार बच्चों में एक के साइटस इनवर्सस कंडीशन से प्रभावित होने की आशंका रहती है। डॉक्टर्स बताते हैं कि साइट्स इनवर्सस से लोग सामान्य जीवन जीते हैं। यहां तक कि महिलाओं को गर्भधारण में भी किसी तरह की परेशानी नहीं होती है। दुनिया में इस केस का सबसे जाना पहचाना मामला मशहूर टीवी शो सीरिज होम अलोन की नायिका कैथेरिन ओ-हारा का है। डॉक्टर्स के मुताबिक, ऐसा दुनिया में केवल 00.01 फीसदी लोगों में ही होता है।



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