Swine Flu के इलाज के लिए सिविल अस्पताल में नहीं है ये बड़ी मशीन

punjabkesari.in Wednesday, Mar 04, 2015 - 01:51 AM (IST)

होशियारपुर (अश्विनी): देश व पंजाब में फैले स्वाइन फ्लू की रोकथाम हेतु आए दिन सरकार द्वारा रोगियों के उपचार हेतु सभी उचित प्रबंध करने की घोषणाएं केवल सरकारी फाइलों में ही दब कर रह गई हैं। जिला मुख्यालय के 200 बिस्तर वाले सिविल अस्पताल सहित उपमंडल स्तर के गढ़शंकर, दसूहा व मुकेरियां के सिविल अस्पतालों में इस रोग से पीड़ित रोगी के उपचार हेतु वैंटीलेटर उपलब्ध नहीं है।
 
एकत्रित जानकारी के अनुसार जिला होशियारपुर में अब तक स्वाइन फ्लू के 19 संदिग्ध केस सामने आए हैं। इनमें से 2 रोगियों की मौत हो गई जिन 17 अन्य रोगियों के सैम्पल लिए गए हैं उनमें से 6 सैम्पल पॉजीटिव व 8 नैगेटिव पाए गए। 3 टैस्ट के रिजल्ट अभी तक प्राप्त नहीं हुए।
 
सूत्रों के अनुसार पॉजीटिव केसिज को उपचार हेतु लुधियाना के एक प्राइवेट अस्पताल में रैफर किया जा रहा है जहां रोगियों को कई-कई घंटे तक बैड प्राप्त करने के लिए इंतजार करना पड़ता है।
 
पंजाब के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी सूची के अनुसार स्वाइन फ्लू के मरीजों को दी जाने वाली टैमी फ्लू नामक 75, 45 व 30 मिलीग्राम की दवा की बिक्री हेतु जिला होशियारपुर के एक भी थोक अथवा परचून दवा विक्रेता को लाइसैंस नहीं दिया गया। स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के अनुसार स्वाइन फ्लू के रोगियों को 3 श्रेणियों में बांटा गया है। 
 
पहली श्रेणी में वह रोगी, जिन्हें हल्का बुखार व कॉमन कोल्ड होता शामिल हैं। बी-श्रेणी में तेज ज्वर व उल्टी आने वाले रोगी व बी-श्रेणी भाग-2 में बच्चे, वृद्ध, गर्भवती महिलाएं व पुरानी बीमारियों से ग्रस्त लोग तथा सी-श्रेणी में वह लोग जिनका सांस उखड़ता व मुंह से खून बहता है, शामिल हैं। सूत्रों के अनुसार सी-श्रेणी के रोगियों का उपचार तत्काल शुरू करके उन्हें किसी अन्य नगर के बड़े अस्पताल में रैफर किया जाता है।

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