आखिर कब होगी 54 भारतीय जंगी कैदियों की रिहाई

punjabkesari.in Monday, Mar 02, 2015 - 05:09 AM (IST)

फिरोजपुर (चावला): अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति में पंजाब अध्यक्ष करनैल सिंह भावड़ा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी को लिखे पत्र में कहा कि पाकिस्तान की कोटलखपत राय जेल व अन्य जेलों में सिर्फ 432 भारतीय मछुआरे ही नहीं बल्कि वे 54 जंगी कैदी भी हैं जिनको पाकिस्तान ने आज तक रिहा नहीं किया है। 
 
इन जंगी कैदियों को 1965 व 1971 की भारत-पाक जंग के दौरान पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने गिरफ्तार कर लिया था। ये कैदी जिंदा हैं या मर चुके हैं इसके बारे में कोई नहीं जानता, लेकिन भारतीय मानवाधिकार कार्यकत्र्ताओं द्वारा सुप्रीम कोर्ट में डाली गई याचिका के बाद अब भारत सरकार भी मान चुकी है कि पाकिस्तान की जेलों में 54 भारतीय जंगी कैदी हैं जिनको अभी तक रिहा नहीं किया गया है।
 
उन्होंने कहा कि इस संबंध में भारतीय जंगी कैदियों के लिए पिछले कई वर्षों से कानूनी लड़ाई लड़ रहे मानवाधिकार कार्यकत्र्ता, वकील और मिसिंग डिफैंस पर्सनल एसोसिएशन के अध्यक्ष एम.के. पॉल ने कहा कि 1971 को भारत-पाक जंग में भारत सरकार ने पाकिस्तान के 93 हजार सैनिकों को रिहा कर दिया था, लेकिन पाकिस्तान ने आज तक 54 भारतीय जंगी कैदियों को रिहा नहीं किया है।
 
उन्होंने कहा कि भारतीय जंगी कैदियों की पाकिस्तानी जेलों में होने के सबूत उन्होंने सुप्रीम कोर्ट व गुजरात हाईकोर्ट में पेश किए हैं लेकिन भारत सरकार ने आज तक इस मामले में कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया है। अंतर्राष्ट्रीय कानून के अनुसार जंगी कैदियों को रिहा करना जरूरी है लेकिन पाकिस्तान ने अंतर्राष्ट्रीय कानून का उल्लंघन किया है। हद तो तब हुई जब पिछली यू.पी.ए. सरकार ने इस मामले को अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन के सामने पेश नहीं किया जिस कारण जंगी कैदियों की रिहाई नहीं हो पाई।
 
भावड़ा ने कहा कि देश के लिए मर मिटने वाले जांबाज सैनिकों के लिए भारत सरकार की यह बेरुखी ठीक नहीं है इसलिए सरकार को चाहिए कि अपने जंगी कैदियों की रिहाई के लिए तुरंत सख्त कदम उठाए और इस मामले को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उठाए। उन्होंने कहा कि वहीं पिछले 41 सालों में पाकिस्तान कि जेल में कैद बी.एस.एफ. के कांस्टेबल सुरजीत सिंह के बेटे अमरीक सिंह का कहना है कि उनके पिता पिछले 41 सालों से पाक जेल में बंद हैं, लेकिन भारत सरकार ने उनकी रिहाई के लिए कोई प्रयास नहीं किया है। 
 
जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती इलाके में भारत-पाक जंग के दौरान उनके पिता को गिरफ्तार किया गया था। पहले तो भारत सरकार ने उनको मिसिंग करार दिया लेकिन पाकिस्तान कि जेल के समय-समय पर रिहा होकर आए कैदियों ने बताया है कि उनके पिता पाकिस्तान की जेल में ही हैं। 
 
अमरीक सिंह का कहना है कि सिर्फ उनके पिता ही नहीं बल्कि 54 और जंगी कैदी पाकिस्तानी जेलों में बंद हैं लेकिन उनकी रिहाई के लिए भारत सरकार ने कोई प्रयास नहीं किया है। अमरीक सिंह को अब उम्मीद है कि सरकार 54 भारतीय जंगी कैदियों की रिहाई के मामले को गंभीरता से लेगी। उन्होंने कहा कि इस उक्त विषय पर सरकार को गंभीरता से लेना चाहिए तभी उनकी रिहाई संभव हो पाएगी।

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