राजस्थान चुनावः बागी उम्मीदवारों को बाहर का रास्ता दिखा सकते हैं राजनीतिक दल

punjabkesari.in Wednesday, Nov 21, 2018 - 06:01 PM (IST)

जयपुरः राजस्थान विधानसभा चुनाव में पैराशूट एवं दल बदलू उम्मीदवारों के कारण बगावत से जूझ रही भाजपा एवं कांग्रेस ने विद्रोही उम्मीदवारों को हटाने का प्रयास शुरू कर दिया है।  दोनों ही प्रमुख दलों ने बगावत करने वालों की मान मनुहार शुरू कर दी है तथा दो दिन के प्रयास के बावजूद भी नहीं माने तो उन्हें पार्टी से निकालने की चेतावनी दी गई है।

क्या है राजनीतिक दलों की परेशानी
मुख्यमंत्री वसुंधरा ने कई विद्रोही नेताओं को फोन कर वापस पार्टी से जुड़ने का आग्रह किया है। कांग्रेस में भी गुलाम नबी आजाद, भूपेन्द्र हुडा सहित 14 केन्द्रीय नेताओं को बागियों को बिठाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। टिकट बंटवारे को लेकर पहले भाजपा में जबर्दस्त घमासान मचा लेकिन कांग्रेस के उम्मीदवारों की सूची से और भी ज्यादा बवाल मच गया और इससे पार्टी की छवि को भी काफी नुकसान हुआ।

किसको होगा फायदा
दोनों ही दलों ने विचारधारा या निष्ठा के बजाय जिताऊ उम्मीदवार को ही तरजीह दी है। अपनी ताकत दिखाने के लिए दोनों दलों ने एक दूसरे के नेताओं को अपनी तरफ खींचने में पूरा जोर लगा दिया। टिकट बंटवारे से पहले कांग्रेस में शामिल जाट एवं राजपूत नेताओं के कारण पार्टी को काफी मजबूती मिल गई थी लेकिन भाजपा ने भी कई कांग्रेसी नेताओं को शामिल कर उसमें सेंध लगा दी। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Yaspal

Recommended News

Related News