बोर्डरूम से आर्ट स्टूडियो तक पलक गुप्ता की OBRA The Palak’s भारतीय क्रिएटिव इकॉनमी में ला रही नया बदलाव
punjabkesari.in Monday, Dec 29, 2025 - 09:35 PM (IST)
(वेब डेस्क) भारत की तेजी से बढ़ती क्रिएटिव इकॉनमी में एक नया नाम उभर रहा है OBRA The Palak’s। यह आर्ट स्टूडियो पारंपरिक गैलरी मॉडल को चुनौती देते हुए आर्ट को रोजमर्रा की जिंदगी का जीवंत हिस्सा बना रहा है। स्टूडियो की संस्थापक पलक गुप्ता, जो कॉर्पोरेट दुनिया की अनुभवी प्रोफेशनल हैं, अब अपने बचपन के जुनून को एक सस्टेनेबल बिज़नेस मॉडल में बदल रही हैं।
पलक गुप्ता ने बिज़नेस मैनेजमेंट की पढ़ाई की और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काम किया। कई सालों तक बोर्डरूम में सफलता हासिल करने के बाद उन्होंने आर्ट की दुनिया में कदम रखा। OBRA The Palak’s कोई साधारण गैलरी नहीं, बल्कि एक क्रिएटिव स्टूडियो है जहां पलक खुद अपनी कलाकृतियां बनाती हैं। इन आर्टवर्क्स पर फोकस मटीरियल, टेक्सचर और मल्टी-सेंसरी एक्सपीरियंस पर होता है, ताकि वे स्पेस में सहजता से घुल-मिल जाएं और सिर्फ दीवार की शोभा न बढ़ाएं, बल्कि उसमें जान डालें।
OBRA का विज़न ग्लोबल है। पलक का अंतरराष्ट्रीय अनुभव यहां साफ झलकता है – वे भारतीय आर्ट को विश्व स्तर पर ले जाना चाहती हैं, जबकि जड़ें भारत में मजबूत रखते हुए। उनका मानना है कि क्रिएटिव रेवोल्यूशन भारत से ही निकल सकता है। स्टूडियो में प्रोसेस-ड्रिवन अप्रोच अपनाई जाती है, जहां क्वालिटी पर जोर है, क्वांटिटी पर नहीं। साथ ही, बिज़नेस स्ट्रैटजी जैसे प्लानिंग, प्राइसिंग और सस्टेनेबिलिटी को शामिल कर वे इसे लॉन्ग-टर्म ग्रोथ वाला मॉडल बना रही हैं।
भारत में महिला उद्यमिता के बढ़ते दौर में OBRA एक प्रेरणा है। पलक साबित कर रही हैं कि आर्ट और बिज़नेस एक-दूसरे के पूरक हो सकते हैं। यह ट्रेंड दर्शाता है कि अब क्रिएटिव प्रोफेशनल्स स्वतंत्र प्लेटफॉर्म बना रहे हैं, जिससे देश का आर्ट इकोसिस्टम ज्यादा विविध और मजबूत हो रहा है।
OBRA The Palak’s की कुछ चुनिंदा कलाकृतियां और स्पेस की झलकियां, जो आर्ट को इमोशन और एक्सपीरियंस से जोड़ती पलक गुप्ता की यह पहल न सिर्फ आर्ट को नया आयाम दे रही है, बल्कि युवा क्रिएटर्स को भी प्रेरित कर रही है कि पैशन को प्रोफेशन में बदला जा सकता है।
