अगर पाकिस्तान और इज़रायल में परमाणु युद्ध हो जाए तो सबसे पहले किसकी मिसाइल हिट करेगी? जवाब जानकर चौंक जाएंगे
punjabkesari.in Monday, Jun 16, 2025 - 03:09 PM (IST)

नेशनल डेस्क: इस वक्त दुनिया में कई मोर्चों पर जंग जारी है। एक तरफ रूस और यूक्रेन की जंग थमने का नाम नहीं ले रही, दूसरी ओर हमास और इज़रायल के बीच अक्टूबर 2023 से शुरू हुई जंग अब ईरान बनाम इज़रायल तक पहुंच चुकी है। इस ताज़ा युद्ध में 13 जून को इज़रायल ने ईरान के सैन्य और परमाणु ठिकानों पर बड़ा हमला कर दिया। ईरान ने भी इसका जवाब मिसाइलों से दिया और अब यह तनाव एक और खतरनाक मोड़ पर पहुंच गया है। ईरान की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के सदस्य मोहसन रेजाई ने दावा किया है कि अगर इज़रायल ने ईरान पर न्यूक्लियर हमला किया, तो पाकिस्तान इज़रायल पर न्यूक्लियर मिसाइल दाग देगा। अब सवाल ये है कि अगर इज़रायल और पाकिस्तान के बीच परमाणु युद्ध हो जाए, तो किसकी मिसाइल पहले टारगेट को हिट करेगी? कौन तकनीकी रूप से आगे है? और क्या पाकिस्तान की मिसाइल इज़रायल तक पहुंच भी पाएगी?
इजरायल की मिसाइल ताकत: जेरिको-3 का कहर
इज़रायल भले ही क्षेत्रफल में छोटा देश हो, लेकिन उसकी सैन्य और तकनीकी क्षमता बेहद एडवांस्ड है। उसके पास Jericho III नाम की बैलिस्टिक मिसाइल है, जो दुश्मन के लिए विनाशकारी हथियार साबित हो सकती है। Jericho-3 की रेंज 4,800 से 6,500 किलोमीटर तक है। कुछ रिपोर्ट्स इसकी रेंज को 11,000 किलोमीटर से भी ज्यादा बताती हैं। यह एक हाइपरसोनिक मिसाइल है जो Mach 6 (ध्वनि की गति से 6 गुना तेज़) की स्पीड से हमला करती है। इसमें न्यूक्लियर वॉरहेड ले जाने की क्षमता भी है यानी यह परमाणु हथियार के साथ दुश्मन को सेकंडों में तबाह कर सकती है। इज़रायल से पाकिस्तान की दूरी लगभग 3,283 किलोमीटर है, यानी Jericho-3 पाकिस्तान को लगभग 32 मिनट में हिट कर सकती है।
पाकिस्तान की ताकत: शाहीन-3 की सीमित रेंज
पाकिस्तान की सबसे शक्तिशाली मिसाइल का नाम है Shaheen-III, जिसे भारत को ध्यान में रखकर तैयार किया गया था। यह पाकिस्तान के मिसाइल सिस्टम का सबसे लंबी दूरी तक मार करने वाला हथियार है, लेकिन इसकी कुछ सीमाएं हैं। Shaheen-3 की रेंज लगभग 2,700 किलोमीटर है। यह मिसाइल इज़रायल तक सीधे हिट नहीं कर सकती, क्योंकि इज़रायल उससे काफी दूर है। अगर पाकिस्तान को इज़रायल पर हमला करना हो, तो या तो उसे मिसाइल को ईरान या अरब देशों में तैनात करना होगा या कोई नई तकनीक विकसित करनी होगी। अभी तक ऐसी कोई जानकारी सामने नहीं आई है जिससे यह कहा जा सके कि पाकिस्तान के पास इज़रायल पर सीधा न्यूक्लियर अटैक करने की क्षमता है।