यूनुस ने फिर दिखाया अपना ‘असली चेहरा’! पाक जनरल को तोहफे में दिया विवादित नक्शा, भारत के 7 राज्य दिखाए बांग्लादेश का हिस्सा
punjabkesari.in Monday, Oct 27, 2025 - 06:05 PM (IST)
International Desk: बांग्लादेश के अंतरिम प्रधानमंत्री और नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस एक बड़े भू-राजनीतिक विवाद में फंस गए हैं। ढाका से मिली जानकारी के अनुसार यूनुस ने हाल ही में एक पाकिस्तानी जनरल के साथ हुई गोपनीय बैठक में ऐसा नक्शा साझा किया जिसमें भारत के पूर्वोत्तर राज्यों असम, त्रिपुरा, मेघालय और मिजोरम को बांग्लादेश का हिस्सा दिखाया गया है। मोहम्मद यूनुस ने रविवार को पाकिस्तानी जनरल मिर्जा के साथ मुलाकात की तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा कीं। इन तस्वीरों में यूनुस को जनरल मिर्जा को ‘आर्ट ऑफ ट्रायम्फ’ नामक किताब भेंट करते हुए देखा जा सकता है।
Yunus gifting a fake map to Pakistan’s General is open provocation.
— TridentX™ (@TridentxIN) October 26, 2025
Assam & Northeast are Bharat’s soul — not your fantasy land.
Keep daydreaming, Bangladesh. Bharat knows how to redraw maps when needed.#India #Bangladesh #Pakistan pic.twitter.com/ss1ZT1IHxr
लेकिन विवाद तब खड़ा हुआ जब इस किताब के कवर पर छपे नक्शे में भारत के सातों पूर्वोत्तर राज्यों को बांग्लादेश का हिस्सा दिखाया गया। इस नक्शे को कट्टरपंथी इस्लामी समूह ‘ग्रेटर बांग्लादेश’ की विचारधारा से जोड़ा जाता है, जो दक्षिण एशिया में एक बड़े इस्लामी राष्ट्र की वकालत करता है। यूनुस द्वारा इसे अपनाना या समर्थन देना अब उनके इरादों पर गंभीर सवाल खड़ा कर रहा है। यह नक्शा पाकिस्तान की सैन्य खुफिया एजेंसी ISI के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बातचीत के दौरान साझा किया गया बताया जा रहा है। इस खुलासे के बाद सोशल मीडिया पर गुस्सा फैल गया है। कई राजनीतिक विश्लेषकों ने इसे “भारत की अखंडता पर सीधा प्रहार” बताया है।
भारतीय खुफिया सूत्रों ने दावा किया है कि यूनुस लंबे समय से भारत-विरोधी ताकतों के संपर्क में हैं और यह कदम बांग्लादेश में उनके राजनीतिक भविष्य को सुरक्षित करने के लिए पाकिस्तान के साथ संभावित गठजोड़ का हिस्सा हो सकता है। भारत के विदेश मंत्रालय ने इस मामले पर फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। वहीं बांग्लादेश की सेना और प्रशासन ने अभी तक कोई औपचारिक बयान नहीं दिया है। विपक्षी दलों का कहना है कि यूनुस का यह व्यवहार उनकी वास्तविक सोच को उजागर करता है। वे देश में लोकतंत्र और पारदर्शिता की बात करते हैं, लेकिन गुप्त रूप से भारत के खिलाफ साजिशें रच रहे हैं। विश्लेषकों का मानना है कि यह घटना भारत-बांग्लादेश संबंधों में एक नया तनाव ला सकती है, खासकर ऐसे समय में जब दोनों देशों के बीच सीमा प्रबंधन, नदी जल समझौते और व्यापारिक संबंधों पर बातचीत चल रही है।
बांग्लादेश का पाकिस्तान प्रेम
बीते साल अगस्त में यूनुस द्वारा अंतरिम सरकार का कार्यभार संभालने के बाद से बांग्लादेश-पाकिस्तान संबंधों में असामान्य नरमी आई है। विश्लेषकों का मानना है कि यूनुस लगातार अपने भारत विरोधी रुख को और स्पष्ट कर रहे हैं। यूनुस ने बीते एक वर्ष में कई मौकों पर भारत के पूर्वोत्तर राज्यों का उल्लेख करते हुए यह कहा कि ये क्षेत्र “बांग्लादेश से घिरे हुए” हैं जिसे भारत के लिए एक अप्रत्यक्ष चेतावनी माना गया। राजनयिक सूत्रों का कहना है कि यूनुस का यह रवैया दक्षिण एशिया में नई राजनीतिक ध्रुवीकरण की ओर इशारा करता है, जिसमें पाकिस्तान और बांग्लादेश मिलकर भारत के प्रभाव को संतुलित करने की कोशिश कर रहे हैं।
