राम मंदिर के मुख्य पुजारी की सैलरी जानकर चौंक जाएंगे! हर महीने मिलतें हैं इतनें!
punjabkesari.in Sunday, Apr 06, 2025 - 01:46 PM (IST)

नेशनल डेस्क: रामनवमी के शुभ दिन अयोध्या में भव्य सूर्य तिलक कार्यक्रम हो रहा है। ऐसे में भक्तों के मन में यह जानना स्वाभाविक है कि श्रीरामलला की सेवा में रत मुख्य पुजारी को कितना वेतन मिलता है और उन्हें कौन-कौन सी सुविधाएं दी जाती हैं। देशभर में आज रामनवमी का पर्व बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है। अयोध्या नगरी इस अवसर पर दीपों से सजी है और हजारों श्रद्धालु रामलला के प्रथम सूर्य तिलक के साक्षी बनने के लिए वहां एकत्र हुए हैं। अयोध्या में 22 जनवरी 2024 को भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर का उद्घाटन हुआ था और उसी दिन रामलला की विधिवत प्राण-प्रतिष्ठा भी की गई थी। मंदिर में रामलला की सेवा का उत्तरदायित्व एक ऐसे पुजारी को दिया गया है जो वेदों के ज्ञाता हैं और धर्म की गहरी समझ रखते हैं। आज जब हर कोई अयोध्या की ओर नज़रें टिकाए हुए है, तो यह जानना भी दिलचस्प है कि राम मंदिर में पूजा-अर्चना करने वाले मुख्य पुजारी को हर महीने कितनी सैलरी मिलती है।
हर महीने कितनी सैलरी मिलती है?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, राम मंदिर के वर्तमान मुख्य पुजारी पंडित मोहित पांडेय को हर महीने ₹32,900 रुपये वेतन दिया जाता है। वहीं मंदिर में सेवा दे रहे सहायक पुजारियों को ₹31,000 रुपये प्रति माह सैलरी मिलती है। यह वेतन पहले कम था, पहले मुख्य पुजारी का वेतन ₹25,000 रुपये था और सहायक पुजारियों को ₹20,000 रुपये प्रतिमाह मिलते थे। राम मंदिर निर्माण ट्रस्ट ने वेतन को बढ़ाते हुए नई दरें लागू की हैं।
क्या मिलती हैं अन्य सुविधाएं?
सिर्फ वेतन ही नहीं, राम मंदिर ट्रस्ट द्वारा मुख्य पुजारी को कई सुविधाएं भी दी जाती हैं। इसमें शामिल हैं:
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मंदिर परिसर में निवास की व्यवस्था
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यात्रा से संबंधित खर्चों की पूर्ति
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धार्मिक आयोजनों में विशेष आमंत्रण और भागीदारी
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पूजा-पाठ और अनुष्ठानों से जुड़ी सभी आवश्यक धार्मिक सामग्रियों की आपूर्ति
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विशिष्ट अवसरों पर अतिरिक्त मानदेय और भत्ते
इन सभी व्यवस्थाओं का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि पुजारी बिना किसी worldly चिंता के प्रभु श्रीराम की सेवा में रत रहें।
कौन हैं पंडित मोहित पांडेय?
पंडित मोहित पांडेय राम मंदिर के नए मुख्य पुजारी हैं। उनसे पहले इस पद पर आचार्य सत्येंद्र दास विराजमान थे, जिनका हाल ही में निधन हो गया। पंडित मोहित पांडेय ने सामवेद में विशेष शिक्षा प्राप्त की है और वेंकटेश्वर वैदिक विश्वविद्यालय से आचार्य की डिग्री ली है। इसके अतिरिक्त उन्होंने दूधेश्वर वेद विद्यापीठ में वर्षों तक धार्मिक अनुष्ठान, पूजा विधि और वेदों का गहन अध्ययन किया है। उनकी इस विद्वता और धार्मिक अनुशासन के कारण ही उन्हें यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई है।