Year Ender 2024: ‘Mutual Fund Sahi Hai’ का प्रभाव, 2024 में निवेशकों ने इन फंड्स पर दिखाया सबसे ज्यादा भरोसा

punjabkesari.in Wednesday, Dec 25, 2024 - 04:47 PM (IST)

नेशनल डेस्क: 2024 म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के लिए एक शानदार वर्ष रहा है, जिसमें निवेशकों ने म्यूचुअल फंड के माध्यम से अपने निवेश को बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया। इस वर्ष, म्यूचुअल फंड्स ने न केवल निवेशकों का ध्यान आकर्षित किया, बल्कि इसने भारतीय शेयर बाजार और आर्थिक परिप्रेक्ष्य में भी एक मजबूत स्थान बना लिया। "Mutual Fund Sahi Hai" का ट्रेंड इस साल सबसे ज्यादा सुर्खियों में रहा, जिससे निवेशकों के बीच म्यूचुअल फंड्स के प्रति विश्वास और भी मजबूत हुआ।

2024 में, म्यूचुअल फंड्स के लिए एक बहुत ही सफल साल रहा है। एएसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के आंकड़ों के मुताबिक, इस वर्ष ओपन-एंडेड म्यूचुअल फंड्स में लगभग 5.13 करोड़ फोलियो जुड़े हैं, जिससे इनकी कुल संख्या बढ़कर 22.02 करोड़ हो गई। इससे यह स्पष्ट होता है कि निवेशकों के बीच म्यूचुअल फंड्स में निवेश की प्रवृत्ति तेजी से बढ़ रही है। म्यूचुअल फंड्स की बढ़ती लोकप्रियता इस बात का संकेत है कि भारतीय निवेशक अब पारंपरिक निवेश विकल्पों के अलावा, म्यूचुअल फंड्स को भी समझने और इसमें निवेश करने लगे हैं।

इक्विटी म्यूचुअल फंड्स ने दिखाई बेहतरीन बढ़त
2024 में म्यूचुअल फंड्स के सबसे प्रमुख प्रकार के रूप में इक्विटी म्यूचुअल फंड्स उभरे। इक्विटी फंड्स ने कुल 3.76 करोड़ नए फोलियो जोड़े, जिससे नवंबर तक इनकी कुल संख्या 15.41 करोड़ हो गई। यह दर्शाता है कि भारतीय निवेशक अब इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में निवेश करने को लेकर अधिक आश्वस्त हो गए हैं। इन फंड्स की संख्या में वृद्धि एक सकारात्मक संकेत है, क्योंकि इक्विटी निवेशों में अपेक्षाकृत अधिक जोखिम होता है, लेकिन साथ ही बड़े रिटर्न की भी संभावना रहती है। इक्विटी फंड्स में भी सबसे अधिक वृद्धि सेक्टोरल और थीमैटिक फंड्स में देखने को मिली। 2024 में 1.28 करोड़ नए फोलियो इस श्रेणी में जुड़े।

सेक्टोरल और थीमैटिक फंड्स विशेष क्षेत्रों जैसे कि टेक्नोलॉजी, हेल्थकेयर, इंफ्रास्ट्रक्चर आदि में निवेश करते हैं, जो निवेशकों को एक विशिष्ट उद्योग या थीम में संभावनाएं तलाशने का अवसर प्रदान करते हैं। इस प्रकार के फंड्स में निवेश करने वाले निवेशकों ने आने वाले समय में उच्च लाभ की उम्मीद जताई है। इसके अलावा, मिड कैप और स्मॉल कैप फंड्स ने भी बहुत अच्छा प्रदर्शन किया। मिड कैप फंड्स ने 56.40 लाख फोलियो जोड़े, जबकि स्मॉल कैप फंड्स ने 56.24 लाख फोलियो जोड़े। इन फंड्स में निवेश उन निवेशकों के बीच लोकप्रिय हो रहा है जो अधिक जोखिम उठाने के लिए तैयार होते हैं और उच्च रिटर्न की उम्मीद करते हैं। मिड कैप और स्मॉल कैप कंपनियाँ अक्सर उच्च विकास क्षमता वाली होती हैं, जिससे निवेशकों को बड़ा लाभ हो सकता है।

हाइब्रिड म्यूचुअल फंड्स में वृद्धि
हाइब्रिड म्यूचुअल फंड्स की श्रेणी भी 2024 में मजबूत रही, जिसमें 19.42 लाख नए फोलियो जुड़े। हाइब्रिड फंड्स उन निवेशकों के लिए आदर्श होते हैं जो जोखिम और रिटर्न के बीच संतुलन चाहते हैं। ये फंड्स इक्विटी और डेट दोनों में निवेश करते हैं, जिससे निवेशक कम जोखिम के साथ अच्छा रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं। इस साल मल्टी एसेट एलोकेशन फंड ने सबसे अच्छा प्रदर्शन किया, उसके बाद डायनेमिक एसेट एलोकेशन फंड और एग्रेसिव हाइब्रिड फंड्स का नंबर आता है। इन फंड्स ने निवेशकों के लिए स्थिर और सुरक्षित निवेश विकल्प उपलब्ध कराए।

सॉल्यूशन ओरिएंटेड फंड्स में बढ़ी रुचि
2024 में सॉल्यूशन ओरिएंटेड फंड्स की भी प्रमुखता बढ़ी। इस श्रेणी में रिटायरमेंट फंड और चिल्ड्रेन म्यूचुअल फंड्स सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र बने। इस साल 1.87 लाख नए फोलियो जुड़े, जिनमें से 1.26 लाख फोलियो रिटायरमेंट फंड में और 61,364 फोलियो चिल्ड्रेन म्यूचुअल फंड्स में जोड़े गए। यह संकेत देता है कि निवेशक अपने भविष्य के लिए वित्तीय सुरक्षा की ओर बढ़ रहे हैं, और वे दीर्घकालिक निवेश के विकल्पों को पसंद कर रहे हैं। रिटायरमेंट फंड्स और चिल्ड्रेन फंड्स के लिए यह बढ़ी हुई मांग दर्शाती है कि निवेशक अपनी भविष्य की वित्तीय आवश्यकताओं को लेकर गंभीर हो गए हैं।

डेट म्यूचुअल फंड्स में गिरावट
वहीं, 2024 में डेट म्यूचुअल फंड्स का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा। इन फंड्स की कुल संख्या में 3.11 लाख की गिरावट आई। इसके अलावा, कम अवधि वाले फंड्स और कॉर्पोरेट बॉन्ड फंड्स में भी गिरावट देखी गई। निवेशकों का ध्यान अब अधिक लाभ देने वाले फंड्स की ओर जा रहा है, जिससे डेट फंड्स में निवेश की प्रवृत्ति कम हुई है। मनी मार्केट फंड्स और गिल्ट फंड्स में भी गिरावट आई, जो दर्शाता है कि निवेशक अब ज्यादा जोखिम लेने के लिए तैयार हैं और अधिक रिटर्न की उम्मीद कर रहे हैं। 2024 म्यूचुअल फंड्स के निवेशकों के लिए एक मजबूत और सकारात्मक वर्ष साबित हुआ। इस वर्ष ओपन-एंडेड फोलियो में अभूतपूर्व वृद्धि हुई, जिससे म्यूचुअल फंड्स के प्रति निवेशकों का विश्वास और बढ़ा। इक्विटी म्यूचुअल फंड्स, सेक्टोरल फंड्स, और हाइब्रिड फंड्स ने प्रमुख भूमिका निभाई, जबकि डेट फंड्स में गिरावट आई। निवेशकों ने अपनी पसंद और जोखिम के हिसाब से फंड्स का चयन किया, और यही कारण है कि म्यूचुअल फंड्स को लेकर निवेशकों का उत्साह अभी भी उच्च स्तर पर बना हुआ है।

 


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Content Editor

Mahima

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