Maternity Hospital: हॉस्पिटल में प्रेग्नेंट महिलाओं की प्राइवेट वीडियो लीक, टेलीग्राम पर ₹999 में बेचे CCTV फुटेज
punjabkesari.in Wednesday, Feb 19, 2025 - 08:34 AM (IST)
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नेशनल डेस्क: गुजरात के राजकोट स्थित पायल मैटरनिटी हॉस्पिटल में महिला मरीजों की गोपनीय मेडिकल जांच के दौरान रिकॉर्ड किए गए निजी वीडियो लीक होने का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। इन वीडियो को पहले YouTube चैनल 'Megha MBBS' पर अपलोड किया गया और फिर टेलीग्राम ग्रुप के जरिए ₹999 से ₹1,500 तक की फीस लेकर बेचा जा रहा था। इस खुलासे के बाद पूरे इलाके में आक्रोश फैल गया है, और पुलिस ने अस्पताल के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
कैसे हुआ खुलासा?
गुजरात पुलिस के अनुसार, वायरल वीडियो CCTV फुटेज का हिस्सा हैं, जिनमें महिला मरीजों को डॉक्टर से जांच कराते या नर्स से इंजेक्शन लेते हुए दिखाया गया है। टेलीग्राम ग्रुप ने इन वीडियो के स्क्रीनशॉट के साथ महिला श्रद्धालुओं की कुंभ स्नान की तस्वीरें भी इस्तेमाल कीं, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसे खरीदने के लिए आकर्षित हों।
*Videos Of Women Patients At #Gujarat Hospital Go Viral, Probe Ordered*
— Trinamool Supporters (@TMC_Supporters) February 18, 2025
CCTV clips - showing nursing staff administering injections to women patients - from Rajkot's Payal Maternity Home were widely shared online.#BJPFails #GujratHealthSystem #TMCS
https://t.co/IzzIsMJYsJ pic.twitter.com/9pMZCn54AG
कब और कैसे बनाया गया यह नेटवर्क?
पुलिस जांच में पाया गया कि टेलीग्राम ग्रुप सितंबर 2023 में बनाया गया था, जबकि YouTube चैनल जनवरी 2024 में शुरू हुआ। टेलीग्राम ग्रुप के 90 से अधिक सदस्य थे, जो वीडियो खरीदने के लिए पैसे चुका रहे थे।
पुलिस क्या कह रही है?
राजकोट साइबर क्राइम विभाग के एसीपी हार्दिक मकाडिया ने बताया कि, "आरोपी ने YouTube पर सात वीडियो अपलोड किए थे और टेलीग्राम ग्रुप का लिंक डिस्क्रिप्शन में दिया था। ग्रुप में शामिल होने वाले लोगों से फीस मांगी जाती थी। अधिक लोगों को आकर्षित करने के लिए वीडियो के स्क्रीनशॉट भी शेयर किए गए थे।"
अस्पताल ने दी सफाई, लेकिन सवाल बरकरार
पायल मैटरनिटी हॉस्पिटल के एक अधिकारी ने दावा किया कि उनका CCTV सिस्टम हैक किया गया होगा। अस्पताल प्रशासन ने कहा, "किसी ने हमारे वीडियो अवैध रूप से एक्सेस किए हैं। हमने कोई गलती नहीं की है और पुलिस जांच में पूरा सहयोग करेंगे।" हालांकि, सबसे बड़ा सवाल यह है कि अस्पताल ने ऐसे संवेदनशील कमरे में CCTV कैमरा क्यों लगाया, जहां महिलाओं की निजता भंग हो सकती थी? पुलिस इस एंगल से भी जांच कर रही है।
मामले में अगला कदम
पुलिस अब YouTube और Telegram से डेटा एक्सेस कर रही है, ताकि वीडियो अपलोड करने वाले शख्स तक पहुंचा जा सके। यह भी जांच की जा रही है कि इस रैकेट में हॉस्पिटल प्रशासन की कोई संलिप्तता है या नहीं। इस घटना ने महिला सुरक्षा और निजता के गंभीर उल्लंघन पर चिंता बढ़ा दी है। अब देखना होगा कि पुलिस इस मामले में क्या कार्रवाई करती है और दोषियों को कब तक पकड़ पाती है।