IndiGo Crisis: मेरे पति का निधन हो गया...गुवाहाटी से कोलकाता तक पति का ताबूत लेकर पत्नी का video viral
punjabkesari.in Saturday, Dec 06, 2025 - 12:38 PM (IST)
नेशनल डेस्क: देश में एयर ट्रैवल की सुविधा और तेजी के बावजूद इंडिगो एयरलाइन की लगातार फ्लाइट रद्द और देर से उड़ानों ने यात्रियों को भारी कठिनाई में डाल दिया है। हाल ही में गुवाहाटी एयरपोर्ट पर एक ऐसी दर्दनाक घटना सामने आई, जिसने लोगों के दिलों को झकझोर दिया। एक महिला, जो अपने दिवंगत पति का अंतिम संस्कार करने के लिए उनका ताबूत कोलकाता ले जाना चाह रही थीं, सुबह से एयरपोर्ट पर इंतजार करती रहीं, लेकिन इंडिगो की फ्लाइट का कोई अता-पता नहीं था।
महिला ने मीडिया से कहा, “मैं शिलॉंग से आई हूं। मेरे पति का निधन हो गया। मुझे उनका अंतिम संस्कार करने के लिए कोलकाता ले जाना है। हमने फ्लाइट बुक की थी, लेकिन अब तक कोई खबर नहीं कि फ्लाइट आएगी या नहीं। मैं पूरी तरह परेशान हूं।”
#WATCH | Guwahati, Assam: A passenger says, "I have come all the way from Shillong in the morning. My husband passed away, and I have come here to transport the casket, all the way to Kolkata, to be buried in his hometown. We booked an IndiGo flight, and till now we have no… https://t.co/sO8YqiiiDR pic.twitter.com/Yiel1unopd
— ANI (@ANI) December 5, 2025
4 दिनों का इंतजार और यात्रियों की बढ़ती मुश्किलें
पिछले चार दिनों में इंडिगो ने सैकड़ों उड़ानों को रद्द कर दिया है। एयरलाइन ने मौसम की स्थिति, ऑपरेशनल बाधाओं और क्रू शेड्यूलिंग की समस्याओं को कारण बताया है। लेकिन यात्रियों का आरोप है कि एयरलाइन ने न तो कोई ठोस जानकारी दी और न ही वैकल्पिक व्यवस्था की।
सोशल मीडिया पर इंडिगो की उड़ानों से जुड़ी कई वीडियो वायरल हो रही हैं। गोवा एयरपोर्ट का एक वीडियो सामने आया है जिसमें लोग इंतजार करते-करते उबाऊ और मनोरंजन के लिए गरबा कर रहे हैं। वहीं अहमदाबाद एयरपोर्ट पर एक महिला यात्री अपने मंज़िल तक न पहुँच पाने की हताशा में फूट-फूटकर रोती नजर आई।
इंडिगो संकट के बीच रेलवे की पहल
इंडिगो की समस्याओं के बीच रेलवे ने यात्रियों की सहूलियत के लिए कई रूटों पर एक्स्ट्रा कोच और स्पेशल ट्रेनें चलाने का ऐलान किया है। यह कदम विशेषकर उन लोगों के लिए राहत देने वाला है, जो एयरलाइन की उड़ानों के भरोसे फंसे हुए हैं।
यात्रियों का दर्द: जीवन भर का अनुभव
इंडिगो की लगातार रद्दीकरण और देरी ने केवल असुविधा ही नहीं दी, बल्कि कुछ लोगों के लिए यह अनुभव जीवन भर का दर्द बन गया। गुवाहाटी से कोलकाता तक ताबूत ले जाने वाली महिला की कहानी इसे बखूबी दर्शाती है।
