'हिंदुओं में बेटियां देवी हैं, बाकी जगह बेबी हैं...', रामभद्राचार्य ने दिया विवादित बयान, बोले- महिलाओं को यूज एंड थ्रो...
punjabkesari.in Monday, Sep 15, 2025 - 09:25 AM (IST)

नेशनल डेस्क। जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने एक बार फिर अपने बयानों से सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है। मेरठ में चल रही रामकथा के दौरान उन्होंने इस्लाम धर्म को लेकर एक बड़ा और विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि इस्लाम में महिलाओं की बहुत खराब हालत है उनसे 25-25 बच्चे पैदा कराए जाते हैं और फिर उन्हें तीन तलाक दे दिया जाता है।
रामभद्राचार्य ने अपने बयान में कहा, "हिंदुओं में बेटियां देवी हैं, बाकी जगह बेबी हैं। इस्लाम में महिला की दुर्गति होती है। वे महिला का 'यूज एंड थ्रो' करते हैं, जो हमारे हिंदू धर्म में नहीं है।" उन्होंने हिंदू धर्म की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह सबसे उदार धर्म है जहां महिला को 'देवी' का दर्जा दिया जाता है जबकि अन्य धर्मों में उन्हें केवल 'बेबी' या 'बीबी' कहा जाता है।
बच्चों को मदरसों में नहीं, संस्कृत विद्यालयों में भेजें
रामभद्राचार्य ने लोगों से यह भी अपील की कि वे अपने बच्चों को कॉन्वेंट स्कूल या मदरसों में भेजने के बजाय संस्कृत विद्यालयों में शिक्षा दें। उन्होंने कहा कि बच्चों को वीर शिवाजी, महाराणा प्रताप और मंगल पांडे जैसा बनाना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि राजनीतिक पार्टियों ने मनुस्मृति द्वारा बनाई गई जातियों को जातिवाद में बदलकर सत्ता हासिल करने का जरिया बना लिया है।
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'वेस्ट यूपी मिनी पाकिस्तान है' वाले बयान पर भी था विवाद
यह पहला मौका नहीं है जब रामभद्राचार्य के बयानों से विवाद खड़ा हुआ हो। दो दिन पहले ही उन्होंने पश्चिमी उत्तर प्रदेश को 'मिनी पाकिस्तान' बताते हुए कहा था कि यहां हिंदू संकट में हैं। इस बयान पर समाजवादी पार्टी के महासचिव शिवपाल यादव ने उन्हें घेरा था। वहीं सपा नेता एसटी हसन ने कहा था कि रामभद्राचार्य जैसे लोग समाज में भय और विभाजन फैलाकर अपनी दुकान चला रहे हैं।
रामभद्राचार्य ने इस विरोध के बावजूद अपने बयान को सही ठहराया। उन्होंने सवाल किया कि संभल और मुजफ्फरनगर जैसे इलाकों से हिंदुओं का पलायन क्यों हो रहा है और उन पर हावी क्यों हुआ जा रहा है।