महिला सम्मान और बेटी सुरक्षा के लिए कन्याकुमारी से कश्मीर तक की यात्रा पर निकली यह लडक़ी
punjabkesari.in Saturday, Apr 14, 2018 - 06:13 PM (IST)
साम्बा: दिल में अगर कुछ करने की तमन्ना और उसं पूरा करने का साहसी प्रण हो तो दुनिया की कोई ताकत ऐसा काम करने से आपको रोक नहीं सकती है और यही कर दिखाया है उत्तराखंड की रहने वाली सृष्टि मिश्रा ने जो कि महिलाओं को उनका हक दिलाने, बेटी सुरक्षा व लोगों को महिलाओं के सम्मान के प्रति जागरूक करने के लिए कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक 3800 किलोमीटर की पद यात्रा पर चल रही है, जिसे वह 230 दिन में पूरा करेंगे।
प्रति दिन 30 किलोमीटर का सफर तय करने वाली मिश्रा को परिवार व सरकार भी पूरा समर्थन कर रही है और आलम यह है कि उनकी इस पदयात्रा के दौरान पीछे चल रही गाड़ी में सेवामुक्त लैफ्ट जनरल अश्विनी वक्शी और प्रो. माता शारदा वक्शी भी चल रही है। 15 सितम्बर 2017 को अपनी यात्रा की शुरूआत करने वाली सृष्टि अगले महीने कश्मीर में पहुंचेगी और अपनी इस पद यात्रा की समाप्ति करेगी।
पंजाब केसरी से खास बात
3500 किलोमीटर का सफर तय करने के बाद साम्बा जिला के मानसर क्षेत्र में पहुंचने से पहले सृष्टि वक्शी ने पंजाब केसरी के साथ कुछ समय बिताकर अपनी यात्रा के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उनकी शादी हो चुकी है और व पिछले पांच साल से हांगकांग में अपने पति के साथ जॉब कर रही है। उन्होंने कहा कि इस दौरान व कई विदेश दौरों पर गई, लेकिन भारत का नाम सुनकर हर कोई यही बात कहता है कि देश की वादियां तो बहुत खूबसूरत है, लेकिन वहां पर महिलाएं सुरिक्षत नहीं है। उस दौरान दिल्ली रेप कांड और हरियाना में भी कुछ रेप कांड की घटनाओं ने विश्व स्तर पर सॢखया बटोरी जिससे देश की छवि खराब हो रही थी और उसी से प्रेरित होकर उन्होंने ठान लिया था कि व अपने देश में जाकर लोगों के दिलों से इस भ्रम को खत्म करने के लिए आवाज उठाएगी। उन्होंने अपने देश में वापिस आकर उन्होंने दोस्तों व परिवार के साथ इस बात को उठाया और कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक लोगों को महिलाओं के प्रति सम्मान के लिए जागगरूक करने के लिए पदयात्रा संकल्प किया।
मिल रहा है सहयोग
सृष्टि वक्शी ने कहा कि यात्रा के बाद उन्होंने लगातार सहयोग मिलता रहा और तमिलनाडू में उनके कुछ ऐसे अनुभव रहे जो कि उन्हें यह कार्य करने के लिए ऊर्जा देते रहें। उन्होंने कहा कि यात्रा से पहले उन्होंने इंटरनेट पर महिलाओं के साथ हुए कई केस की छानबीन की, जिसे देखकर बहुत दुख हुआ। उन्होंने कहा कि रोज 30 किलोमीटर तक सफर करते हैं, जबकि इसके इलावा कई गांवों में जाकर लोगों को महिलाओं को सुरिक्षत रखने व उन्हें पूरे अधिकार दिलाने के लिए जागरूक करते हैं।
आसिफा वानो हत्याकांड पर राजनीति नहीं होनी चाहिए
सृष्टि वक्शी ने कहा कि व पिछले चार दिन से जम्मू-कश्मीर में है और रास्ते के दौरान कई जगहों पर आसिफा मामले पर प्रदर्शन करते हुए दिखे, जबकि सभी खबरों में यही मामला चल रहा है। उन्होंने कहा कि यही तो उनका मिशन है कि बच्चों पर महिलाओं के साथ ऐसे अत्याचार बंद होने चाहिए, लेकिन जरूरी है कि ऐसे केस में राजनीति नहीं हो। उन्होंने कहा कि जिस बच्ची की मौत हुई उनका जाति धर्म बाद में देखा जाए, पहले ये होना चाहिए कि एक आठ साल की मासूम की मौत हुई है। उन्होंने सबसे पहले कार्रवाई होनी चाहिए ताकि परिवार को इंसाफ मिले, परंतु इसके दम पर राजनीति करने वालों को शर्म आनी चाहिए।