कोरोना का डरावना खौफ! मां ने बच्चे समेत खुद को 3 साल तक घर में किया कैद...घर का कूड़ा तक बाहर नहीं फेंका

punjabkesari.in Thursday, Feb 23, 2023 - 11:29 AM (IST)

नई दिल्‍ली : कोरोना काल में महामारी का खौफ किस कदर लोगों के दिलों दिमाग में बैठ गया था इसका एक डरावना मामला सामने आया है। हरियाणा के गुरुग्राम के चकरपुर में कोरोना सं बचने के लिए एख 33 वर्षीय महिला ने अपने नाबालिग बेटे के साथ खुद को किराये के घर में करीब 3 साल तक 'कैद' रखा। इसका खुलासा उस समय हुआ जब अधिकारियों की एक टीम इन दोनों को घर से बाहर लेकर आई।

 पुलिस टीम, स्‍वास्‍थ्‍य विभाग और चाइल्‍ड वेलफेयर डिपार्टमेंट  के अधिकारियों ने मुख्‍य दरवाजे को तोड़कर मुनमुन मांझी और उसके 10 वर्षीय बेटे को बाहर निकाला जिसके बाद दोनों को  गुरुग्राम के सिविल अस्‍पताल चेकअप के लिए भेजा गया। 
 
सिविल सर्जन गुरुग्राम, डॉक्‍टर वीरेंद्र यादव के अनुसार, महिला को कुछ मनोवैज्ञानिक समस्‍याएं हैं। दोनों को पीजीआई, रोहतक रेफर किया गया है। मामला 17 फरवरी को उस समय सामने आया जब मुनमुन के पति सुजान मांझी ने चकरपुर पुलिस चौकी में तैनात सहायक उपनिरीक्षक प्रवीण कुमार से संपर्क किया। बता दें कि सुजान एक निजी कंपनी में इंजीनियर हैं। 

पुलिस ने बताया कि महिला ने, 2020 में पहले लॉकडाउन प्रतिबंध के बाद से ही अपने पति को घर आने की इजाजत नहीं दी। पति सुजान ने पहले कुछ दिन दोस्‍तों और रिश्‍तेदारों के साथ गुजारे और जब वह पत्‍नी को मनाने में नाकाम रहा तो उसने उसी इलाके में एक अन्‍य किराए के मकान में रहना शुरू कर दिया।

पति ने बताया कि इस दौरान पत्‍नी और बेटे से संपर्क में रहने के लिए वह वीडियो कॉल करता था।  इस दौरान वह घर का किराया और बिजली का बिल चुकाता था. अपने बेटे की स्कूल की फीस जमा करता, किराने का सामान और सब्ज़ियां ख़रीदता था और राशन के बैग्‍स भी पत्‍नी वाले घर के मुख्य दरवाज़े के बाहर छोड़ दे देता था।

वहीं 7 वर्ष की उम्र में घर में कैद किए गया बच्चा अब 10 साल का हो चुका है जिसकी अब पढ़ाई,  खेल और दोस्त- सब कुछ छूट गए। बच्चे की मां घर में ही उसके और अपने बाल काटती थी औऱ तो और 3 सालों से घर का कूड़ा भी नहीं बाहर फेंका गया। जिस कमरे में बच्चा रहता था उसी कमरे में कूड़ा, कटे हुए बाल और गंदगी जमा रहती थी। घर में बच्चे की हालत इतनी हयनीय हो गई थी कि वह दीवारों पर ही  पेंटिंग बनाता था और दीवारों पर ही पेंसिल से पढ़ाई करता था।

एएसआई प्रवीण कुमार ने बताया कि इस महिला के बेटे ने पिछले तीन सालों से सूरज नहीं देखा था।  वहीं अब  तीन वर्ष बाद अपनी पत्‍नी और बेटे को पाकर सुजान बेहद खुश है, उसने पुलिस को इसके लिए धन्‍यवाद दिया। 


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Content Writer

Anu Malhotra

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