सर्दियों में Washing Machine की ये सेटिंग बदलें और कपड़े हो जाएंगे चमकदार, धूल-मिट्टी का नामोनिशान नहीं!
punjabkesari.in Wednesday, Oct 30, 2024 - 01:43 PM (IST)
नेशनल डेस्क: जैसे-जैसे सर्दियां करीब आ रही हैं, रोज़ाना बिस्तर की चादर और तकियों के कवर बदलना कठिन हो जाता है, क्योंकि इन दिनों धूप कम निकलती है, जिससे हैवी बेडशीट्स सुखाने में परेशानी हो सकती है। लेकिन लंबे समय तक बिस्तर और चादर न बदलना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है, क्योंकि इनमें बैक्टीरिया, धूल, और छोटे हानिकारक कण जम जाते हैं, जो सांस संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ाते हैं। आइए जानें कि गंदे कपड़ों से क्या नुकसान हो सकते हैं और वॉशिंग मशीन की एक सेटिंग बदलकर कैसे कपड़ों से धूल और कीटाणु हटाए जा सकते हैं।
गंदी बेडशीट और कपड़ों के संपर्क में रहने के नुकसान
- सप्ताहभर में नहीं बदली गई चादरें: अगर आप 1 हफ्ते तक चादर नहीं बदलते हैं, तो इनमें जमा बैक्टीरिया से गोनोरिया और निमोनिया जैसी बीमारियों का खतरा रहता है।
- एक महीने तक बगैर धुले चादरें: अगर एक ही चादर को बिना धोएं 1 महीने तक इस्तेमाल किया जाए, तो इससे गले के संक्रमण सहित अन्य गंभीर बीमारियां हो सकती हैं।
- लंबे समय तक बिना सफाई: समय पर चादरें न धोने से आपकी नींद, इम्यूनिटी और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ सकती हैं।
सफाई के लिए वॉशिंग मशीन सेटिंग्स का उपयोग
विशेषज्ञों की सलाह के अनुसार, 140 डिग्री फारेनहाइट (60 डिग्री सेल्सियस) या उससे अधिक तापमान पर कपड़े धोने से उनमें मौजूद सभी हानिकारक कण मर जाते हैं। इस तापमान पर धोने से कपड़ों में जमा धूल और बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं।
सफाई के कुछ अन्य उपयोगी टिप्स
- चादरें बदलें हर 4 दिन में: सेहत का ख्याल रखते हुए कोशिश करें कि बिस्तर की चादरों को हर 4 दिन में एक बार बदलें। सर्दियों में कपड़ों के सूखने में समय लगता है, लेकिन बदलता मौसम बीमारियां भी साथ लाता है।
- वॉशिंग मशीन में सही डिटर्जेंट उपयोग: कपड़े धोते समय डिटर्जेंट पाउडर को सीधे कपड़ों पर न डालें। पहले पानी और कपड़े मशीन में घुमाएं, फिर डिटर्जेंट मिलाकर कपड़े धोएं।
इन टिप्स का पालन कर आप सर्दियों में भी अपने बिस्तर को साफ और स्वच्छ रख सकते हैं और बीमारियों से बच सकते हैं।