सोनम रघुवंशी की कहानी: सगाई से हनीमून तक सोनम ने की लाखों की कमाई, फिर भी रची पति के कत्ल की साजिश!
punjabkesari.in Saturday, Jun 21, 2025 - 12:09 PM (IST)

नेशनल डेस्क: इंदौर की सोनम रघुवंशी इन दिनों अपने पति राजा रघुवंशी की सनसनीखेज हत्या के मामले में पुलिस हिरासत में है। यह मामला सिर्फ एक खूनी साजिश का नहीं बल्कि तेजी से बढ़ती आर्थिक महत्वाकांक्षा और उसके बुरे अंजामों की भी कहानी है। मीडिया रिपोर्ट्स और पुलिस पूछताछ के बाद जो चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है वो दिखाती है कि कैसे सोनम ने कुछ ही महीनों में लाखों रुपये कमाए और अपने सपनों को पूरा करने की होड़ में एक जघन्य अपराध को अंजाम दिया।
फैमिली बिजनेस में सोनम का दबदबा
सोनम का परिवार लंबे समय से प्लाईवुड के कारोबार से जुड़ा हुआ है। इस पारिवारिक व्यापार में सोनम की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण थी। वह कंपनी में HR विभाग की प्रमुख के तौर पर काम करती थी। उसकी जिम्मेदारियों में सिर्फ कर्मचारियों की भर्ती और ट्रेनिंग ही नहीं थी, बल्कि वह फैक्ट्री के संचालन और कंपनी के अहम फैसलों में भी सक्रिय रूप से शामिल रहती थी। बताया जा रहा है कि कंपनी में उसका काफी प्रभाव था और वह परिवार के बिजनेस मॉडल की एक बहुत ही महत्वपूर्ण कड़ी बन चुकी थी।
हवाला कारोबार से हुई 'मोटी कमाई'
सोनम की जिंदगी में राज कुशवाहा की एंट्री के बाद उसकी आर्थिक गतिविधियां एक नए मोड़ पर पहुंच गईं। राज जो सोनम से पांच साल छोटा था उसी फैक्ट्री में काम करता था जहाँ सोनम भी काम करती थी। यहीं पर दोनों की नजदीकियां बढ़ीं और धीरे-धीरे यह रिश्ता प्रेम-प्रसंग में बदल गया। इसी दौरान दोनों ने मिलकर हवाला कारोबार में हाथ आजमाया।
राज ने अपने हवाला नेटवर्क के जरिए सिर्फ 8 महीनों में सोनम को लाखों रुपये की नकद आमदनी करवाई। यह सारे लेन-देन बड़ी चालाकी से किए गए थे। पैसों का यह हेरफेर सोनम के मौसेरे भाई जितेंद्र रघुवंशी के बैंक खातों के जरिए किया जाता था। छोटी-छोटी रकमों में पैसों का लेन-देन करके हवाला के इस अवैध खेल को काफी समय तक किसी की नजरों में आने नहीं दिया गया।
शादी को बनाया 'पैसों का जरिया'
फरवरी 2024 में सोनम की सगाई एक ट्रैवल कारोबारी राजा रघुवंशी से तय हुई। इस शादी के पीछे भी सोनम का एक बड़ा आर्थिक स्वार्थ छिपा हुआ था। राजा की आर्थिक स्थिति काफी मजबूत थी और सोनम ने इसे अपने लिए एक और बड़े अवसर के रूप में देखा। वह राज कुशवाहा को नहीं छोड़ना चाहती थी और यही वजह बनी कि दोनों ने मिलकर राजा को रास्ते से हटाने की खूनी योजना बना डाली।
हनीमून के बहाने रची खूनी साजिश
11 मई को राजा रघुवंशी से शादी करने के बाद, सोनम ने राजा के साथ हनीमून पर जाने की योजना बनाई. वे गुवाहाटी होते हुए शिलॉन्ग पहुंचे। लेकिन यह हनीमून की यात्रा वास्तव में राजा को खत्म करने की एक गहरी साजिश थी। अपनी योजना के तहत, सोनम ने राजा को महंगी ज्वेलरी पहनाई, ताकि उसकी मौत को लूटपाट का मामला दिखाया जा सके और किसी को उनपर शक न हो। 23 मई को, सोनम ने तीन शूटरों की मदद से राजा को एक गहरी खाई में धकेल कर उसकी बेरहमी से हत्या कर दी।
आर्थिक महत्वाकांक्षा ने बनाया अपराधी
इस पूरी घटना से साफ है कि सोनम की बेकाबू आर्थिक महत्वाकांक्षा ही उसे अपराध की राह पर ले गई. एक तरफ वह अपने पारिवारिक व्यवसाय में एक प्रभावशाली भूमिका निभा रही थी, तो दूसरी ओर अवैध हवाला कारोबार के जरिए लाखों रुपये कमा रही थी। वहीं, राजा रघुवंशी से शादी करके उसने खुद के लिए सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा की एक और मजबूत परत बनाने की कोशिश की थी।
चार महीने में कमाए लाखों, गंवाई जिंदगी की दिशा
सगाई से लेकर शादी और हनीमून तक के महज चार महीने में सोनम रघुवंशी ने हवाला और बिजनेस से लाखों रुपये कमाए। इस बड़ी कमाई की जो कीमत उसे चुकानी पड़ी, वह थी एक पति की हत्या, खुद की गिरफ्तारी और एक बर्बाद हो चुकी जिंदगी। यह मामला केवल एक लव ट्राएंगल और साजिश की कहानी नहीं है, बल्कि यह दिखाता है कि जब लालच और अपराध एक साथ मिल जाते हैं, तो कितनी तेजी से एक कामयाब और सामान्य जीवन भी बर्बादी के दलदल में धंस जाता है।