भारत-पाकिस्तान के बीच परमाणु युद्ध हुआ तो कौन जीतेगा, Gemini AI ने दिया चौकाने वाला जवाब
punjabkesari.in Wednesday, Apr 30, 2025 - 10:27 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क: भारत और पाकिस्तान के बीच दशकों से चले आ रहे तनावपूर्ण रिश्तों के बीच परमाणु युद्ध की आशंका हमेशा बनी रहती है। ऐसे में यह सवाल उठना लाजमी है कि अगर दोनों परमाणु शक्ति संपन्न देश आपस में टकराते हैं तो कौन जीतेगा? इस जटिल और भयावह प्रश्न का उत्तर देने के लिए जब Gemini AI से पूछा गया तो उसने जो चौंकाने वाले तथ्य सामने रखे, वे किसी भी संवेदनशील व्यक्ति को अंदर तक झकझोर कर रख देंगे। आइए जानते हैं Gemini AI के विश्लेषण के आधार पर भारत-पाकिस्तान परमाणु युद्ध के संभावित परिणामों और विजेता के बारे में उसका नज़रिया...
दक्षिण एशिया में परमाणु हथियारों से लैस दो पड़ोसी देशों भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव हमेशा बना रहता है। अगर दुर्भाग्य से दोनों देशों के बीच परमाणु युद्ध छिड़ जाता है तो इसके परिणाम कितने विनाशकारी होंगे इसका अंदाजा लगाना भी मुश्किल है।
कोई नहीं जीतेगा इस विनाशकारी युद्ध में:
यह स्पष्ट है कि भारत और पाकिस्तान के बीच अगर परमाणु युद्ध होता है तो इसमें किसी की भी जीत नहीं होगी। यह दोनों देशों के लिए एक ऐसी तबाही होगी जिसकी भरपाई सदियों तक नहीं की जा सकेगी। इसके गंभीर परिणाम पूरी दुनिया को भुगतने पड़ेंगे। इसलिए दोनों देशों को आपसी बातचीत और कूटनीति के माध्यम से अपने मतभेदों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने की दिशा में काम करना चाहिए ताकि इस भयानक खतरे को टाला जा सके। परमाणु युद्ध का विचार ही मानवता के लिए एक अभिशाप है और इसे हर कीमत पर रोकना होगा।
परमाणु शक्ति का संतुलन: किसके पास कितने हथियार?
भारत और पाकिस्तान दोनों ही परमाणु शक्ति संपन्न राष्ट्र हैं। स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार भारत के पास लगभग 164 परमाणु हथियार हैं जबकि पाकिस्तान के पास इनकी संख्या थोड़ी ज्यादा यानी करीब 170 है। दोनों ही देश जमीन हवा और समुद्र से परमाणु हथियार दागने की क्षमता रखते हैं।
भारत ने अपनी परमाणु नीति में "पहले इस्तेमाल नहीं" (No First Use) का सिद्धांत अपनाया है जिसका मतलब है कि वह किसी भी सूरत में परमाणु हथियारों का इस्तेमाल पहले नहीं करेगा। हालांकि हाल के वर्षों में इस नीति पर पुनर्विचार की बातें भी सामने आई हैं। वहीं पाकिस्तान ने ऐसी कोई नीति नहीं अपनाई है और उसने भारत की पारंपरिक सैन्य ताकत का मुकाबला करने के लिए "सामरिक परमाणु हथियार" (Tactical Nuclear Weapons) भी विकसित किए हैं जिनका इस्तेमाल वह युद्ध के मैदान में कम दूरी पर भी कर सकता है।
अगर बज गया परमाणु युद्ध का बिगुल: संभावित परिणाम
कल्पना कीजिए कि अगर भारत और पाकिस्तान के बीच परमाणु युद्ध छिड़ जाता है तो क्या होगा? यह एक ऐसा मंजर होगा जिसकी कल्पना मात्र से ही रूह कांप उठती है। इसके कुछ संभावित और भयावह परिणाम इस प्रकार हो सकते हैं:
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करोड़ों लोगों की पल भर में मौत: अगर दोनों देश हिरोशिमा जैसे छोटे आकार के 50-50 परमाणु बम भी एक दूसरे के शहरों पर गिराते हैं तो पल भर में ही 5 से 12 करोड़ 50 लाख लोगों की मौत हो सकती है। यह संख्या और भी बढ़ सकती है अगर बड़े और ज्यादा शक्तिशाली परमाणु हथियारों का इस्तेमाल किया गया।
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शहरों और बुनियादी ढांचे का खाक होना: परमाणु विस्फोट से शहरों और महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे जैसे बिजली संयंत्र परिवहन नेटवर्क और संचार प्रणालियां पूरी तरह से नष्ट हो जाएंगी। अस्पतालों और अन्य आवश्यक सेवाओं के ध्वस्त होने से बचे हुए लोगों के लिए भी हालात नरक जैसे हो जाएंगे। लाखों लोग गंभीर रूप से घायल होंगे और उन्हें इलाज मिलना भी मुश्किल होगा।
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परमाणु सर्दी का प्रकोप: परमाणु विस्फोटों के बाद आसमान में धूल और धुएं का गुबार छा जाएगा। यह सूरज की रोशनी को धरती तक पहुंचने से रोकेगा जिससे पृथ्वी का तापमान तेजी से गिरने लगेगा। इसे "परमाणु सर्दी" (Nuclear Winter) कहा जाता है। इसके कारण फसलें नष्ट हो जाएंगी और दुनिया भर में बड़े पैमाने पर अकाल पड़ेगा जिसमें अरबों लोगों की जान जा सकती है।
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ओजोन परत का विनाश: परमाणु विस्फोटों से निकलने वाली प्रचंड गर्मी समताप मंडल में मौजूद ओजोन परत को भारी नुकसान पहुंचाएगी। ओजोन परत हमें सूर्य की हानिकारक पराबैंगनी किरणों से बचाती है। इसके नष्ट होने से पृथ्वी पर इन खतरनाक किरणों का स्तर बढ़ जाएगा जिससे मनुष्यों में त्वचा कैंसर और अन्य बीमारियां बढ़ जाएंगी कृषि और पूरे पारिस्थितिक तंत्र पर इसका बुरा असर पड़ेगा।