PPF में 3000, 6000 या 9000 में कौन देगा सबसे ज्यादा पैसा? जानिए चौंकाने वाला कैलकुलेशन

punjabkesari.in Friday, Apr 18, 2025 - 09:07 AM (IST)

नेशनल डेस्क: अगर आप लंबी अवधि के लिए सुरक्षित और टैक्स-फ्री रिटर्न वाला निवेश विकल्प ढूंढ़ रहे हैं तो पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। सरकार द्वारा समर्थित इस योजना में न केवल आपके पैसे पूरी तरह सुरक्षित रहते हैं बल्कि आपको तय ब्याज के साथ लंबी अवधि में बड़ा फंड भी मिलता है। मौजूदा समय में PPF पर 7.1% सालाना ब्याज मिल रहा है।

15 साल की लॉक-इन अवधि और टैक्स बचत का फायदा

PPF अकाउंट की न्यूनतम अवधि 15 साल की होती है। इस दौरान निवेशक को न केवल धारा 80C के तहत टैक्स छूट मिलती है बल्कि मेच्योरिटी पर मिलने वाला पूरा पैसा और ब्याज भी टैक्स फ्री होता है। यानी ये निवेश पूरी तरह EEE (Exempt-Exempt-Exempt) कैटेगरी में आता है।

अगर हर महीने ₹3000 निवेश करें

अगर कोई व्यक्ति हर महीने ₹3000 PPF में निवेश करता है, तो 15 साल के अंत में उसका कुल निवेश ₹5.4 लाख होगा। इस पर उसे करीब ₹4,36,370 का ब्याज मिलेगा और उसका कुल फंड बनेगा ₹9,76,370। यानी छोटी-छोटी बचत से भी बड़ा फंड बन सकता है।

अगर हर महीने ₹6000 निवेश करें

हर महीने ₹6000 निवेश करने पर 15 सालों में कुल निवेश ₹10.8 लाख होगा। इस पर मिलने वाला ब्याज करीब ₹8,72,740 होगा। यानी 15 सालों के बाद आपके हाथ में होंगे पूरे ₹19,52,740। इस पैसे का इस्तेमाल आप रिटायरमेंट, बच्चों की पढ़ाई या घर खरीदने में कर सकते हैं।

अगर हर महीने ₹9000 निवेश करें

अगर आप हर महीने ₹9000 PPF में निवेश करते हैं, तो 15 साल में कुल निवेश ₹16.2 लाख होगा। इस पर मिलने वाला ब्याज करीब ₹13,09,111बनेगा और कुल फंड होगा ₹29,29,111। यानी निवेश जितना ज्यादा होगा, उतना ही बड़ा फंड तैयार होगा।

PPF में निवेश कैसे करें

आप PPF अकाउंट बैंक या पोस्ट ऑफिस दोनों जगह खुलवा सकते हैं। अब कई बैंकों में ऑनलाइन PPF अकाउंट खोलने की सुविधा भी मिलती है। इसमें आप हर महीने, तिमाही या सालाना भी निवेश कर सकते हैं। एक वित्तीय वर्ष में अधिकतम ₹1.5 लाख तक निवेश किया जा सकता है।

म्यूचुअल फंड से बैलेंस करें पोर्टफोलियो

PPF से मिलने वाला रिटर्न स्थिर और टैक्स फ्री होता है, लेकिन यह म्यूचुअल फंड की तुलना में थोड़ा कम हो सकता है। इसलिए बेहतर होगा कि आप PPF के साथ कुछ हिस्सा म्यूचुअल फंड में भी लगाएं। इससे आपका पोर्टफोलियो संतुलित रहेगा और रिस्क और रिटर्न दोनों का संतुलन बना रहेगा।


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Content Editor

Ashutosh Chaubey

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