World First Airport: दुनिया का पहला एयरपोर्ट कौन सा था? जानें भारत में कब बना पहला हवाई अड्डा
punjabkesari.in Monday, Dec 22, 2025 - 03:45 PM (IST)
World First Airport: आज भले ही हवाई यात्रा हमें एक आम बात लगती है लेकिन आसमान छूने के इस जुनून की शुरुआत बहुत ही साधारण मैदानों और कच्ची हवाई पट्टियों से हुई थी। शुरुआती दौर में एयरपोर्ट्स यात्रियों के लिए नहीं बल्कि सैन्य प्रशिक्षण (Training) और नए प्रयोगों (Experiments) के लिए बनाए गए थे। आइए जानते हैं दुनिया के सबसे पुराने और भारत के पहले हवाई अड्डे की दिलचस्प कहानी।
कॉलेज पार्क एयरपोर्ट: जहां विल्बर राइट ने सिखाया उड़ना
मैरीलैंड, अमेरिका में स्थित कॉलेज पार्क एयरपोर्ट (College Park Airport) को दुनिया का सबसे पुराना और लगातार चालू रहने वाला हवाई अड्डा माना जाता है। इसकी स्थापना के पीछे एक बड़ा ऐतिहासिक कारण था:
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1909 में शुरुआत: विमानन जगत के दिग्गज विल्बर राइट (Wright Brothers) ने अमेरिकी सेना के अधिकारियों को उड़ान का प्रशिक्षण देने के लिए इस जगह को चुना।
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सैन्य स्कूल: 1911 में यहाँ अमेरिका का पहला मिलिट्री एविएशन स्कूल खुला।
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हथियारों का प्रयोग: यह वही जगह है जहां पहली बार विमानों से मशीन गन चलाने और बम गिराने के शुरुआती प्रयोग किए गए थे।
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हेलीकॉप्टर का इतिहास: 1924 में दुनिया की पहली नियंत्रित हेलीकॉप्टर उड़ान इसी एयरपोर्ट से भरी गई थी।
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जुहू एयरोड्रोम: भारत में टाटा और नागरिक उड्डयन का जन्म
भारत में सिविल एविएशन (Civil Aviation) की नींव मुंबई के जुहू एयरोड्रोम (Juhu Aerodrome) में रखी गई थी। इसकी कहानी भारत के औद्योगिक विकास से जुड़ी है:
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1928 में स्थापना: जुहू इलाके में एक छोटी सी हवाई पट्टी के रूप में इसकी शुरुआत हुई।
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ऐतिहासिक उड़ान (1932): 15 अक्टूबर 1932 को जे.आर.डी. टाटा ने कराची से अहमदाबाद होते हुए जुहू तक भारत की पहली शेड्यूल्ड कमर्शियल मेल फ्लाइट उड़ाई।
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टाटा एयरलाइंस: इसी उड़ान के साथ टाटा एयरलाइंस का जन्म हुआ जिसे आज हम एअर इंडिया (Air India) के नाम से जानते हैं।
समय के साथ बदलती भूमिका
द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जुहू एयरोड्रोम मुंबई का मुख्य हवाई अड्डा था लेकिन जैसे-जैसे विमान बड़े और आधुनिक होते गए जुहू की छोटी हवाई पट्टी कम पड़ने लगी।
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सांताक्रुज का उदय: बड़े विमानों की जरूरतों को पूरा करने के लिए सांताक्रुज एयरपोर्ट का विकास किया गया जिसे आज हम छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट कहते हैं।
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आज का जुहू: वर्तमान में जुहू एयरोड्रोम से कमर्शियल पैसेंजर फ्लाइट्स नहीं उड़तीं लेकिन यह देश का एक व्यस्त हेलीपोर्ट (Heliport) है। यहाँ से रोजाना लगभग 100 हेलीकॉप्टर उड़ान भरते हैं जिनमें से ज्यादातर ONGC के ऑफशोर ऑपरेशंस के लिए होते हैं।



