किस देश की खुफिया एजेंसी सबसे खतरनाक मानी जाती है और भारत की RAW की रैंकिंग क्या है?

punjabkesari.in Thursday, May 29, 2025 - 07:53 PM (IST)

नेशनल डेस्क: हर देश की सुरक्षा में खुफिया एजेंसियों की अहम भूमिका होती है। ये एजेंसियां देश के अंदर और बाहर के खतरों से निपटने के लिए काम करती हैं। आज की दुनिया में आतंकवाद, जासूसी, साइबर हमले और विभिन्न राजनीतिक संकटों से निपटना एक चुनौती है। 

दुनिया की सबसे खतरनाक खुफिया एजेंसियां

1. CIA (अमेरिका)

दुनिया की सबसे खतरनाक और प्रभावशाली खुफिया एजेंसी के रूप में CIA का नाम सबसे ऊपर आता है। CIA का मतलब Central Intelligence Agency है और इसकी स्थापना 1947 में हुई थी। इसका मुख्यालय वर्जीनिया के लैंगली में स्थित है। CIA का मुख्य काम विदेशी सरकारों, आतंकवादी संगठनों और अन्य खतरों से संबंधित जानकारी इकट्ठा करना और अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए रणनीति बनाना है। CIA ने कई महत्वपूर्ण मिशनों को अंजाम दिया है जैसे ओसामा बिन लादेन की खोज, शीत युद्ध के दौरान रूस की निगरानी और क्यूबा मिसाइल संकट में अहम भूमिका निभाना। इसे दुनियाभर में जासूसी, आतंकवाद विरोधी कार्रवाई और covert ऑपरेशन्स के लिए जाना जाता है।

2. MI6 (यूनाइटेड किंगडम)

CIA के बाद यूनाइटेड किंगडम की खुफिया एजेंसी MI6 का नाम आता है। इसे Secret Intelligence Service (SIS) भी कहा जाता है। MI6 ने कई आतंकवादी संगठनों जैसे अल-कायदा और ISIS के खिलाफ कार्रवाई में अहम भूमिका निभाई है। MI6 के ऑपरेशन्स गुप्त और बेहद सटीक माने जाते हैं।

3. मोसाद (इजरायल)

इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद भी दुनिया की सबसे खतरनाक एजेंसियों में गिनी जाती है। मोसाद का काम इजरायल की सुरक्षा सुनिश्चित करना और आतंकवाद विरोधी कार्यों में अग्रणी भूमिका निभाना है। कई बार इसे MI6 के साथ दूसरे नंबर पर रखा जाता है क्योंकि इसने मध्य पूर्व में कई बड़े और सफल ऑपरेशन्स किए हैं।

भारत की RAW की स्थिति

भारत की रॉ (Research and Analysis Wing) भी दुनिया की टॉप खुफिया एजेंसियों में शामिल है। रॉ की स्थापना 1968 में हुई थी और इसका मुख्यालय दिल्ली में है। रॉ का मुख्य काम विदेशों में खुफिया जानकारी इकट्ठा करना और आतंकवाद, जासूसी से निपटना है। भारत की RAW को लेकर कई रिपोर्ट्स में रैंकिंग भिन्न-भिन्न मिलती है। कहीं इसे दुनिया की चौथी सबसे खतरनाक एजेंसी बताया जाता है तो कहीं सातवीं या आठवीं। लेकिन अधिकांश सर्वेक्षणों और विशेषज्ञों के अनुसार, RAW दुनिया की टॉप 10 खुफिया एजेंसियों में निश्चित रूप से शामिल है। रॉ ने 1971 के बांग्लादेश मुक्ति संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इसके अलावा, रॉ प्रधानमंत्री को सीधे रिपोर्ट करती है जो इसे देश की सबसे भरोसेमंद और अहम खुफिया संस्था बनाता है।

 


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Content Editor

Ashutosh Chaubey

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