राहुल गांधी के सामने कश्मीरी महिला का छलका दर्द, रोते हुए सुनाई आपबीती(Video)
punjabkesari.in Sunday, Aug 25, 2019 - 02:08 PM (IST)
नेशनल डेस्क: जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी किये जाने बाद कश्मीर घाटी की स्थिति का जायजा लेने गए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष को बेरंग लौटना पड़ा। प्रशासन ने शहर में जाने की अनुमति नहीं दी और उन्हें हवाई अड्डे पर ही रोक लिया गया। राहुल घाटी के लोगों से तो नहीं मिल पाए लेकिन विमान में एक महिला ने उन्हे रोते हुए अपना दर्द बयां किया।
कश्मीर का दर्द सुनिए... pic.twitter.com/FRyg1Chifg
— Radhika Khera (@Radhika_Khera) August 24, 2019
दरअसल राहुल गांधी जब पार्टी के नेताओं के साथ श्रीनगर से वापस दिल्ली जा रहे थे तो विमान के भीतर महिला ने उन्हें आप बीती बताई, अपना दर्द बयां करते हुए वह फूट फूट कर रो पड़ी। कांग्रेस की प्रवक्ता राधिका खेड़ा ने ट्विटर पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा-कश्मीर का दर्द सुनिए। महिला ने राहुल गांधी को बताया कि हमारे बच्चे अपने घरों से बाहर नहीं जा पा रहे हैं। मेरा भाई दिल का मरीज है और वह दस दिनों से डॉक्टर को नहीं दिखा है। हम पूरी तरह से परेशानी में हैं।
वीडियो में दिखाई दे रहा है कि राहुल गांधी अपना सीट पर बैठ कर उस महिला की बात सुन रहे हैं, उनके साथ गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा, केसी वेणुगोपाल और अन्य नेता भी मौजूद हैं। प्रियंका गांधी ने भी इस वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ऐसा कितने दिन और चलेगा? यह उन लाखों लोगों में से एक है, जिन्हें राष्ट्रवाद के नाम पर चुप करा देते हैं या कुचल दिया जाता है। कश्मीर में लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन किया जा रहा है, यह राजनीतिक और देश विरोधी है। इसके खिलाफ आवाज उठाना हम सबके का कर्तव्य है।
The govt is saying everything is okay here & everything is normal. If everything is normal why are we not allowed out?: Shri @RahulGandhi
— Congress (@INCIndia) August 24, 2019
Was it not Governor Satya Pal Malik that invited Mr. Gandhi to come to J&K and assess the situation for himself? #RahulGandhiWithJnK pic.twitter.com/jneIkpOJve
वहीं इससे पहले पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष का श्रीनगर एयरपोर्ट का भी एक वीडियो सामने आया था। इसमें वह अधिकारियों से पूछ रहे हैं कि आखिर वह जम्मू-कश्मीर के लोगों से क्यों नहीं मिल सकते। उन्होंने पूछा कि अगर जम्मू-कश्मीर में हालात समान्य हैं तो उन्हें क्यों रोका जा रहा है। वह अधिकारियों से यह भी कह रहे हैं कि हम यहां राज्यपाल के बुलावे पर आए हैं।