खड़ी फसल पर प्रशासन ने चलाया ट्रैक्टर, देखते ही बेहोश होकर गिरा किसान...छाती पीट-पीट कर रोने लगी पत्नी
punjabkesari.in Wednesday, Feb 19, 2025 - 12:24 PM (IST)

नेशनल डेस्क: मध्य प्रदेश के विदिशा जिले के सिरोंज तहसील में एक किसान की खड़ी फसल पर स्थानीय प्रशासन ने ट्रैक्टर चला दिया, जिससे किसान को गहरा सदमा लगा और वह खेत में ही बेहोश होकर गिर पड़ा। यह घटना सोशल मीडिया पर वायरल हो गई और प्रशासन की इस कार्रवाई के खिलाफ लोगों का गुस्सा बढ़ गया है। वहीं, विपक्षी पार्टियां भी इस कार्रवाई का विरोध कर रही हैं। कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने इस कार्रवाई की निंदा की और इसकी तुलना ब्रिटिश युग के अत्याचारों से की।
क्या हुआ था?
दरअसल, सिरोंज तहसील के केटन बांध क्षेत्र में एक किसान की लगभग 30 बीघे की फसल पर प्रशासन ने ट्रैक्टर चला दिया। यह कार्रवाई अतिक्रमण हटाने के नाम पर की गई थी, क्योंकि अधिकारियों के अनुसार, यह जमीन सरकारी थी और किसान ने बिना अनुमति के उस पर कब्जा किया था। फसल को रौंदा जाता देख किसान मूलचंद गहरे सदमे में थे और वह खेत में ही बेहोश हो गए। उनकी पत्नी अपने पति को बेहोश देखकर रोते-चिल्लाते हुए अधिकारियों से मदद की गुहार लगा रही थीं। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें महिला का विलाप और किसान का बेहोश पड़ा होना साफ देखा जा सकता है। विपक्षी पार्टियां भी इस कार्रवाई का विरोध कर रही हैं। कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने इस कार्रवाई की निंदा की और इसे ब्रिटिश युग के अत्याचारों से तुलना की।
क्या कहना है अधिकारियों का?
स्थानीय राजस्व अधिकारी, विकास अग्रवाल ने कहा कि यह सरकारी जमीन थी और अतिक्रमण हटाना आवश्यक था। उन्होंने बताया कि कार्रवाई नियमों के तहत की गई थी। लेकिन किसान ने दावा किया कि उसने अक्टूबर महीने में ही उस जमीन का जुर्माना जमा किया था और उसके पास इसका रसीद भी था। फिर भी प्रशासन ने उनकी फसल नष्ट कर दी।
क्या बोला किसान?
पीड़ित किसान मूलचंद ने कहा कि जब उन्होंने अपनी मेहनत की फसल पर ट्रैक्टर चलते हुए देखा, तो वह इसे सहन नहीं कर पाए और उन्हें दिल का दौरा पड़ गया। वह बेहोश हो गए। जब होश आया तो देखा कि उनकी फसल पूरी तरह से नष्ट हो चुकी थी।