आरक्षण सूची में शामिल न किए गए गांवों के ग्रामीणों को जोरदार विरोध प्रदर्शन

punjabkesari.in Saturday, Oct 24, 2020 - 03:26 PM (IST)

साम्बा : अंतर्राष्ट्रीय सीमा से 6 किलोमीटर की पट्टी में आने वाले सीमावर्ती गांवों के लिए सरकार द्वारा घोषित आरक्षण के लाभ से वंचित रामगढ़ क्षेत्र के विभिन्न गांवों के ग्रामीणों ने आज विजयपुर में सबडिविजिनल मेजिस्ट्रेट कार्यालय के समक्ष जोरदार विरोध प्रदर्शन किया और आरक्षण सूची में स्थान दिए जाने की मांग की। पूर्व मंत्री एवं जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी (जेकेएपी) के प्रांत-जम्मू अध्यक्ष मंजीत सिंह के नेतृत्व में इन ग्रामीणों ने बाद में एसडीएम के माध्यम से उपराज्यपाल को ज्ञापन भी भेजा। 


    इससे पहले रामगढ़ के प्रमुख एवं गणमान्य नागरिकों, सरपंच-पंचों आदि ने विरोध प्रदर्शन करते हुए नारे लगा कर इंसाफ की मांग की और छूट गए गांवों को भी आरक्षण सूची में सम्मिलित किए जाने की मांग की। जेेएपी अध्यक्ष मंजीत सिंह ने कहा कि 6 किलोमीटर की परिधि में आने वाले चक सलारियाँ, बाना चक, बंदराल, करालियाँ, ङ्क्षत्रडी, कैरांवाली, सारबा आदि कई गांव सूची में शामिल नहीं किए गए हैं जबकि इनसे पीछे के गांव सूची में स्थान पा गए हैं, जो सरासर गलत और अन्याय है। उन्होंने कहा कि मापदंड पूरा करने वाले इस गांवों को आरक्षण से वंचित क्यों रखा जा रहा है।

 

मंजीत सिंह ने कहा कि सरकार इस भेदभावपूर्ण गलती के लिए जबावदेही तय करे और बार्डर आरक्षण के लिए गांवों की सूची बनाने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए, जिनकी गलती की वजह से ग्रामीणों-किसानों को अपना काम छोड़ कर विरोध-प्रदर्शन करना पड़ रहा है। इस मौके पर पूर्व सरपंच बलवंत सिंह नागरा, धर्मचंद, भरपूर सिंह, दर्शन सिंह, जनक सिंह, शीतल सिंह सहित कई पंच व अन्य लोग भी शामिल हुए।  


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Monika Jamwal

Recommended News

Related News