Vikas Dubey Encounter: वहां से गुजर रहे लोगों ने सुनाई आपबीति, कहा- अचानक गोलियां चली और पुलिस ने...

punjabkesari.in Friday, Jul 10, 2020 - 12:25 PM (IST)

नई दिल्ली: हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे का आखिरकार अंत हुआ। 8 पुलिसकर्मियों की हत्या का मुख्य आरोपी विकास दुबे सुबह हुए एक्सीडेंट में भागने की कोशिश के दौरान मारा गया। यूपी एसटीएफ की टीम विकास दुबे को लेकर जैसे ही कानपुर पहुंची, विकास गाड़ी में सुरक्षाकर्मियों की पिस्टल छीनने लगा। इसी बीच संतुलन बिगडऩे के बाद गाड़ी पलट गई। गाड़ी पलटते ही विकास पुलिस पर फायरिंग कर भागने लगा। सुरक्षाकर्मियों ने भी अपने बचाव में गोलियां चलाईं। मुठभेड़ में विकास गंभीर रूप से घायल हो गया। सुरक्षाकर्मी उसे लेकर हैलट अस्पताल पहुंचे जहां डाक्टरों ने उसे मरा हुआ घोषित कर दिया। 

PunjabKesari

वहीं इस इस घटना के दौरान वहां से गुजर रहे लोगों ने अपनी आपबीति सुनाई। उन्होंने कहा कि आसपास कुछ लोगों को गोलियां चलने की आवाज आई थी, लेकिन वो कुछ समझ नहीं पाए। एक राहगीर का कहना है कि पुलिस ने उन्हें दूर भगा दिया था। इस एनकाउंटर के दौरान पास ही से गुजर रहे एक राहगीर ने बताया कि हमने गोलियों की आवाजे सुनी थीं... पुलिस ने हमें दूर भगा दिया... हम अपने घर लौटकर जा रहे थे। इस घटना के बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल है। 

PunjabKesari


10 करोड़ रूपये से भी ज्यादा थी विकास दुबे की सालाना आय
विकास दुबे की सालाना आय 10 करोड़ रूपये से भी ज्यादा बताई जाती है। विकास दुबे ने काले धंधे से अपार संपति जुटाई। हालांकि उसने अपने करीबियों को कभी दौलत से महरूम नहीं रखा। वो उनपर भी जम कर पैसा लुटाता था। विकास जमीन पर कब्जा करने, वसूली, बीसी और सूदखोरी से मोटी कमाई करता था। इसके अलावा उसे किसी कांट्रेक्ट से काम मिलने पर दोगुना और कई बार तीन गुना फायदा होता था। विकास का असली काम जमीन हथियाने से लेकर बीसी खिलवाने तक का था। विकास को किसी की जमीन खाली करानी हो या किसी की जमीन पर कब्जा करना हो, उसके रेट फिक्स थे। 


विकास दुबे के पास क्या राज थे जो शासन से गठजोड़़ को उजागर करते: कांग्रेस 
कांग्रेस ने कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के आरोपी विकास दुबे के कथित मुठभेड़ में मारे जाने के बाद शुक्रवार को सवाल किया कि इस अपराधी के पास ऐसे क्या राज थे जो शासन से गठजोड़ को उजागर करते। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह दावा भी किया कि कई लोगों ने ऐसी आशंका जताई थी कि दुबे मुठभेड़ में मारा जाएगा। उन्होंने ट्वीट किया, च्च् विकास दुबे मुठभेड़ में मारा गया। कई लोगों ने पहले ही ये आशंका जताई थी। लेकिन अनेकों सवाल छूट गए।'' सुरजेवाला ने सवाल किया, च्च्अगर उसे भागना ही था, तो उसने उज्जैन में आत्मसमर्पण ही क्यों किया? उस अपराधी के पास क्या राज थे जो सत्ता-शासन से गठजोड़ को उजागर करते? पिछले 10 दिनों की कॉल डिटेल जारी क्यों नहीं की जाए?'' गौरतलब है कि कानपुर के बिकरू गांव में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले का मुख्य आरोपी और कुख्यात अपराधी विकास दुबे शुक्रवार सुबह कानपुर के भौती इलाके में कथित पुलिस मुठभेड़ मे मारा गया। दुबे को बृहस्पतिवार को मध्य प्रदेश के उज्जैन से गिरफ्तार किया गया था। 
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Edited By

Anil dev

Recommended News

Related News