इस राज्य में मुर्गों को खिलाई जा रही वियाग्रा और शिलाजीत, हो रही है खास तैयारी
punjabkesari.in Sunday, Jan 07, 2024 - 12:22 PM (IST)

नेशनल डेस्क: देश भर में मकर संक्रांति त्योहार अपने-अपने रीति रिवाज के साथ मनाया जाता है और इसके लिए तैयारियां भी जोरों से चली हुई हैं। ग्रामीण आंध्र प्रदेश में इस अवसर पर मुर्गों की लड़ाई होती है। लेकिन आंध्र प्रदेश में मुर्गे ‘रानीखेत’ नामक बीमारी की चपेट में आ गए हैं, जिससे वे कमजोर हो गए हैं और लड़ने के लिए सही स्थिति में नहीं है। मकर संक्रांति के लिए भी कुछ ही समय बचा है, ऐसे में कुछ मुर्गों पालकों ने मुर्गे को शिलाजीत, वियाग्रा 100 और विटामिन खिलाकर ताकत देने की कोशिश कर रहे हैं।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, मुर्गों की लड़ाई ग्रामीण आंध्र प्रदेश में संक्रांति उत्सव का एक अभिन्न अंग है। यह फेस्टिवल ज्यादातर अविभाजित गुंटूर, कृष्णा और दो गोदावरी जिलों में आयोजित किया जाता है। इस साल संक्राति 14, 15 और 16 जनवरी को है और राज्य के अंदरूनी हिस्सों में हजारों अवैध मुर्गों की लड़ाई के अखाड़े पहले से ही खुल गए हैं, जहां प्रशिक्षित मुर्गे ‘मौत की लड़ाई’ में लगे रहते हैं। दूसरी ओर दर्शक जीतने वाले मुर्गे पर दांव लगाते हैं। त्यौहारी सट्टेबाजी के दौरान सैकड़ों करोड़ रुपए का लेन-देन होता है।
पशु चिकित्सा विशेषज्ञों की चेतावनी
मुर्गों को शिलाजीत, वियाग्रा 100 और विटामिन खिलाकर ताकत देने की कोशिश करने वाले पालकों को पशु चिकित्सा विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है। इनका कहना है कि इहार्मोन-बढ़ाने वाली दवाएं न केवल लंबे समय में पक्षियों को अपंग कर देंगी, बल्कि म्यूटेशन भी करेंगी जो मनुष्यों द्वारा ऐसी मुर्गियां खाने पर हानिकारक हो सकती हैं।