'मैडम जी इतने टैक्स कैसे भरूं, जिंदा मैं कैसे रहूं...',दिग्गज निवेशक विजय केडिया ने GST को लेकर वित्त मंत्री पर साधा निशाना

punjabkesari.in Sunday, Dec 22, 2024 - 10:31 PM (IST)

नेशनल डेस्कः दिग्गज निवेशक विजय केडिया, जो अपनी अनूठी निवेश रणनीतियों और क्रिएटिव गानों के लिए मशहूर हैं, एक बार फिर चर्चा में हैं। इस बार उन्होंने भारत के टैक्स सिस्टम पर सवाल उठाते हुए एक नया गाना पेश किया है। गाने का नाम है ‘FM जी, FM जी, इतना टैक्स मैं कैसे भरूं?’। यह गाना सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने आम आदमी और निवेशकों की समस्याओं को आवाज दी है। 

विजय केडिया ने यह गाना देश में लगातार बढ़ते टैक्स सिस्टम के संदर्भ में लिखा है। एआर रहमान के मशहूर गाने ‘तू ही रे’ (फिल्म बॉम्बे) की धुन पर आधारित इस गाने के बोल वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और टैक्स सिस्टम पर व्यंग्यात्मक टिप्पणी करते हैं। 

गाने के बोल:
गाने के कुछ बोल इस प्रकार हैं:
“FM जी, FM जी, इतने टैक्स में कैसे भरूं?
एसटीटी, एसटीजी, एलटीसीजी बढ़ा, क्या कहूं। 
ऊपर से डिविडेंड पर दो-दो टैक्स भी पे मैं करूं।
 मैडम जी, मैडम जी, अब जिंदा मैं कैसे रहूं।” 

इसके अलावा: 
“मुश्किल है ये बिजनेस, कितने रिस्क उठाता हूं,
डायबिटीज और बीपी बदले में पाता हूं। 
ये ईज़ी नहीं है जी, इतनी एंज़ायटी कैसे सहूं।
 मैडम जी, मैडम जी, अब जिंदा मैं कैसे रहूं।” 


सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया 
रविवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर यह वीडियो शेयर करते हुए केडिया ने लिखा, "इतने टैक्स के बाद आम आदमी कैसे जिंदा रह सकता है?" उनकी इस पोस्ट पर हजारों लाइक्स और कमेंट्स आए हैं। कई लोगों ने टैक्स सिस्टम पर उनकी चिंता से सहमति जताई, जबकि कुछ ने इसे एक मजाकिया और रचनात्मक अंदाज बताया। 

टैक्स सिस्टम में बदलाव 
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हाल ही में बजट 2024-25 के दौरान कैपिटल गेन टैक्स में महत्वपूर्ण बदलाव किए थे।

  • शॉर्ट-टर्म कैपिटल गेन टैक्स (STCG) की दर को 15% से बढ़ाकर 20% कर दिया गया।
  • लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन टैक्स (LTCG) को 10% से बढ़ाकर 12.5% कर दिया गया।
  • हालांकि, LTCG छूट की सीमा को 1 लाख से बढ़ाकर 1.25 लाख रुपये कर दिया गया। 


इसके अलावा, डिविडेंड पर डबल टैक्सेशन का मुद्दा निवेशकों के लिए चुनौती बना हुआ है। 

विजय केडिया का सफर 
19 साल की उम्र में शेयर बाजार में कदम रखने वाले विजय केडिया ने 1992 में केडिया सिक्योरिटीज की स्थापना की। उनकी निवेश शैली और पोर्टफोलियो को भारतीय बाजार में बड़े पैमाने पर फॉलो किया जाता है। उनके गाने पहले भी चर्चा में रहे हैं, खासतौर पर तब जब सरकार ने कैपिटल गेन टैक्स में वृद्धि की थी। 

विजय केडिया का यह गाना न केवल टैक्स सिस्टम की जटिलताओं पर सवाल उठाता है, बल्कि निवेशकों और आम जनता की भावनाओं को भी अभिव्यक्त करता है। यह देखने वाली बात होगी कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण या सरकार इस पर कोई प्रतिक्रिया देती है या नहीं।

 



 


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Content Writer

Pardeep

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